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सोना-चांदी में तेजी: कॉमेक्स पर सोना 26 डॉलर बढ़कर 3261 डॉलर प्रति औंस, चांदी 34 सेंट बढ़कर 32.44 डॉलर – Indore News


अंतरराष्ट्रीय बुलियन वायदा मार्केट में शुक्रवार को सटोरियों की सक्रियता से कीमतों में तेजी आई। तीन दिन की मंदी के बाद सराफा बाजार में सोना-चांदी की कीमतें सुधरीं हैं। इंदौर में सोना केडबरी 500 रुपये की बढ़त के साथ 96,200 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच

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अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर सोना वायदा 26 डॉलर की तेजी के साथ 3,261 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचा। चांदी वायदा 34 सेंट बढ़कर 32.44 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही है। अमेरिका और यूक्रेन के बीच मिनरल डील हुई है। चीन ने अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता की संभावना का मूल्यांकन करने की बात कही है। चीन का कहना है कि संवाद ईमानदारी और एकतरफा टैरिफ को हटाने पर आधारित होना चाहिए।

उज्जैन में सोना केडबरी 96,300 रुपये और सोना रवा 96,200 रुपये प्रति दस ग्राम रहा। चांदी पाट 96,500 रुपये और चांदी टंच 96,400 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही है। चांदी सिक्का 1,000 रुपये प्रति नग बिक रहा है। अक्षय तृतीया के बाद से भारतीय बाजार में ग्राहकी कमजोर बनी हुई है।

नौ राज्यों में 13.22 लाख टन तुवर की खरीदी का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल

केंद्र सरकार ने आंध्रप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तेलंगाना सहित देश के नौ प्रमुख उत्पादक राज्यों में कुल मिलाकर 13.22 लाख टन अरहर (तुवर) की खरीद करने की स्वीकृति दी है और इसके लिए हर संभव प्रयास किए गए हैं लेकिन अब तक हुई खरीद से संकेत मिलता है कि वास्तविक मात्रा इस स्वीकृत स्तर से काफी पीछे रह जाएगी। प्राप्त सूचना के अनुसार 30 अप्रैल 2025 तक नाफेड और एनसीसीएफ द्वारा संयुक्त रूप से 4.60 लाख मीट्रिक टन तुवर की खरीद समर्थन मूल्य योजना (एमएसपी) के तहत की गई है।

यह खरीद बाजार में कीमतें एमएसपी से नीचे दाम आने और कर्नाटक में बोनस की घोषणा के कारण हो पाई। वहीं पूरे देश में 22 अप्रैल 2025 तक केंद्रीय बफर स्टॉक के लिए 5.92 लाख टन तुवर की खरीद हुई थी। 2024-25 के खरीफ सीजन के लिए तुवर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 7550 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।

आमतौर पर प्रमुख उत्पादक राज्यों में जनवरी से अप्रैल तक की अवधि को तुवर की आपूर्ति का पीक सीजन माना जाता है और इसके बाद थोक मंडियों में इसकी आवक कमजोर पड़ने लगती है। हालांकि सरकार ने तुवर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा को 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दिया है और इस बार प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश- म्यांमार में इसका उत्पादन भी बेहतर हुआ है लेकिन वहां भारतीय बाजार भाव में होने वाले बदलाव के अनुरूप तुवर का निर्यात ऑफर मूल्य घटता- बढ़ता रहा है।

अफ्रीकी देशों और खासकर मोजाम्बिक तथा मलावी में तुवर का निर्यात योग्य अधिशेष स्टॉक बहुत कम रह गया है जबकि इसकी नई फसल अगस्त से पहले नहीं आएगी। देश के प्रमुख उत्पादक प्रांतों- कर्नाटक एवं महाराष्ट्र की मंडियों में तुवर की आवक हो रही है। फिलहाल सम्पूर्ण दाल-दलहन बाजार में सुस्ती और नरमी का माहौल बना हुआ है इसलिए दलहनों की खरीद में सरकारी एजेंसियों को आगे सहायता मिल सकती है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि अच्छे आयात के बीच घरेलू बाजार में दलहनों और खासकर तुवर के दाम में किस तरह का परिवर्तन होता है। पिछले साल के मुकाबले चालू वर्ष के दौरान तुवर के घरेलू उत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई है जिससे इसकी कीमतों पर दबाव बढ़ गया लेकिन आपूर्ति का पीक सीजन समाप्त होने के बाद इसके मूल्य में आने वाले उतार-चढ़ाव पर नजर रखना आवश्यक होगा। केन्द्र सरकार पहले ही तुवर, उड़द एवं मसूर की 100 प्रतिशत मात्रा खरीदने का संकल्प व्यक्त कर चुकी है लेकिन फिलहाल मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत तुवर की खरीद की जा रही है।

यदि इसमें अपेक्षित सफलता नहीं मिली तो बफर स्टॉक का स्तर ऊंचा उठाने के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) स्कीम के तहत घरेलू बाजार में प्रचलित मूल्य पर इसकी खरीद शुरू करने पर विचार किया जा सकता है। आंध्र प्रदेश में तुवर की खरीद की अवधि 22 मई तक बढ़ा दी गई है। शुक्रवार को इंदौर में तुवर की आवक कुछ कमजोर रहने से भाव में आंशिक सुधार रहा।

तुवर में करीब 100 रुपये बढ़ाकर बोले गए। तुवर नई महाराष्ट्र सफेद 7000, महाराष्ट्र लाल 7000-7200, कर्नाटक 7100-7300 नई निमाड़ी 6400-6900 रुपये प्रति क्विंटल के भाव बोले गए। अन्य दाल-दलहन में कारोबार सामान्य रहा। भाव में कोई खास परिवर्तन नहीं रहा। कंटेनर में डॉलर चना 42/44 11400, 44/46 11100, 50/52 9900, 58/60 8600, 60/62 8500 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

छावनी दलहन-चना कांटा 6000-6050, डंकी चना 5100-5200, नया विशाल 5700-5800, मसूर 6200, तुवर नई महाराष्ट्र सफेद 7000, महाराष्ट्र लाल 7000-7200, कर्नाटक 7100-7300, नई निमाड़ी 6400-6900, मूंग बेस्ट 7750-7800, एवरेज 7000-7500, उड़द बेस्ट 8000-8200, मीडियम 6000-7500, हलका 3000-5000 रुपये प्रति क्विटंल भाव।

दालों के दाम-चना दाल 7200-7400, मीडियम 7600-7800, बेस्ट 7900-8000, मसूर दाल 7600-7700, बेस्ट 7800-7900, मूंग दाल 8600-8800, बेस्ट 9000-9200, मूंग मोगर 9600-9700, बेस्ट 9800-10000, तुवर दाल 8000-8100, मीडियम 9200-9400, बेस्ट 9600-9700, ए. बेस्ट 10600-01700, ब्रांडेड व्हाइट रोज तुवर दाल नई 11100, उड़द दाल 8900-9000, बेस्ट 9100-9300, उड़द मोगर 9900-10000, बेस्ट 10100-10300 रुपये प्रति क्विंटल भाव।

इंदौर चावल भाव-बासमती (921) 11000-12000, तिबार 9500-10500, बासमती दुबार पोनिया 8500-90500, मिनी दुबार 7500-8000, मोगरा 5000-7000, बासमती सेला 7000-9500, कालीमूंछ डिनरकिंग 8500, राजभोग 7000, दुबराज 4500-5500, परमल 3500-3800, हंसा सेला 3600-3800, हंसा सफेद 3000-3200, पोहा 4800-5500 रुपये क्विंटल।

बायोडीजल टैक्स क्रेडिट बिल और फंड्स की खरीद से सोया तेल मजबूत

सीबीओटी सोया ऑयल वायदा कीमतों में तेजी देखने को मिली, जिसे अमेरिकी बायोडीजल टैक्स क्रेडिट बिल के प्रस्ताव और फंड्स की ताजा खरीदारी का समर्थन मिला। जुलाई डिलीवरी अनुबंध 0.11 सेंट बढ़कर 49.81 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ। अमेरिकी सांसदों ने बायोडीजल और द्वितीय पीढ़ी के जैव ईंधनों के लिए टैक्स क्रेडिट को बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया है। यह कदम नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को दीर्घकालिक स्थिरता देगा और सोया ऑयल जैसे इनपुट की मांग को समर्थन प्रदान करेगा, विशेष रूप से आयोवा और ओहायो जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में।

इससे जैव ईंधन ढांचे में निवेश को भी बढ़ावा मिल सकता है। व्यापार सूत्रों के अनुसार, कमोडिटी फंड्स ने सीबीओटी सोया ऑयल के अनुमानित 5,500 अनुबंधों की शुद्ध खरीदारी की। फंड्स की यह वापसी हाल की बिकवाली के मुकाबले एक सकारात्मक बदलाव है, जिससे बाजार को मजबूती मिली। अमेरिकी जैव ईंधन नीति से जुड़े सकारात्मक संकेतों और फंड्स की ताजा खरीदारी से सोया ऑयल को समर्थन मिल रहा है।

इंदौर में भी इसका प्रभाव देखा गया। इंदौर में सोयाबीन तेल के घटते दामों में रुकावट के साथ ही भाव मामूली सुधरकर 1225-1230 रुपये प्रति दस किलो पर पहुंच गई। मूंगफली तेल में कारोबार बेहद सुस्त है, जिससे भाव में मंदी रही। मूंगफली तेल इंदौर घटकर 1300-1320 मुंबई मूंगफली तेल 1330 रुपये प्रति दस किलो बोला गया।

आने वाले सत्रों में बाजार की दिशा नीति निर्णयों और वैश्विक ऊर्जा बाजार के संकेतों पर निर्भर करेगी। मंडी में सरसों निमाड़ी (बारीक) 6200-6300 रायडा 5600 सोयाबीन 4350 रुपये प्रति क्विंटल के भाव रहे। दोपहर बाद केएलसी में बिकवाली से 31 अंक माइनस पर कारोबार करता देखा गया।

लूज तेल-मूंगफली तेल इंदौर 1300-1320, मुंबई मूंगफली तेल 1330 इंदौर सोयाबीन तेल रिफाइंड 1225-1230 इंदौर सोयाबीन साल्वेंट 1155-1160 इंदौर पाम 1300 मुंबई सोया रिफाइंड 1230 मुंबई पाम तेल 1215 राजकोट तेलिया 2070, गुजरात लूज 1275, कपास्या तेल इंदौर 1210 रुपये प्रति दस किलो।

प्लांट सोयाबीन भाव- प्लांट सोयाबीन भाव- अवी एग्री उज्जैन 4375, बैतूल ऑयल सतना 4450, बैतूल आयल 4490, कोरोनेशन, ब्यावरा 4390, धानुका सोया नीमच 4425, धीरेंद्र सोया नीमच 4470, दिव्य ज्योति 4365, हरिओम रिफाइनरी 4430, आइडिया लक्ष्मी देवास 4375, केएन एग्री इटारसी 4425, खंडवा ऑयल 4350, मित्तल सोया देवास 4400, एमएस सॉल्वेक्स नीमच 4425, नीमच प्रोटीन 4450, पतंजलि फूड 4380, प्रकाश पीथमपुर 4400, प्रेस्ट्रीज ग्रुप देवास 4400, रामा फास्फेट, धरमपुरी 4200, राम जानकी एग्रीट्रेड, देवास 4350, आरएच सॉल्वेक्स सिवनी 4400, सांवरिया इटारसी 4400, सोनिका बायोकेम मंडीदीप 4350, सालासर हरदा 4425, सतना सॉल्वेंट 4371, सूर्या फूड मंदसौर 4420, वर्धमान सॉल्वेंट, अंबिका (कालापीपल) 4325, विप्पी सोया देवास 4350 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई।

कपास्या खली- (60 किलो भरती) इंदौर 2200 देवास 2200 उज्जैन 2200 खंडवा 2175, बुरहानपुर 2175, अकोला 2990 रुपये।

शकर का घरेलू उत्पादन 257 लाख टन के करीब पहुंचा

इंडियन शुगर एंड बायो एनर्जी मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (इस्मा) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन में 1 अक्टूबर 2024 से 30 अप्रैल 2025 के सात महीनों में देश में कुल 256.90 लाख टन शकर का उत्पादन हुआ। इसके तहत उत्तर प्रदेश में 92.40 लाख टन, महाराष्ट्र में 80.87 लाख टन, कर्नाटक में 40.40 लाख टन, गुजरात में 8.92 लाख टन, तमिलनाडु में 4.75 लाख टन तथा देश के अन्य राज्यों- बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान एवं उड़ीसा में संयुक्त रूप से 29.56 लाख टन शकर का उत्पादन शामिल है।

30 अप्रैल 2025 को देश में 19 शकर मिलें क्रियाशील थीं। इस्मा की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 10, महाराष्ट्र में 1, और तमिलनाडु में 8 शकर मिलों में गन्ना की क्रशिंग अभी जारी है जिससे शकर के उत्पादन की मात्रा में आगे कुछ और वृद्धि हो सकती है। उल्लेखनीय है कि 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान महाराष्ट्र में 200, उत्तर प्रदेश में 122, कर्नाटक में 80, तमिलनाडु में 30, गुजरात में 15 तथा अन्य राज्यों में 87 इकाइयों सहित राष्ट्रीय स्तर पर कुल 534 शकर मिलों में गन्ना की क्रशिंग आरंभ हुई थी जिसमें से 515 प्लांट बंद हो चुके हैं।

शेष इकाइयां भी अगले कुछ दिनों में बंद हो सकती हैं। इस्मा की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश इस बार महाराष्ट्र को पीछे छोड़कर देश में शकर का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य बन गया है। वहां अभी 10 इकाइयां क्रियाशील हैं जिसमें से 8 मिलें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अवस्थित हैं। इन प्लांटों में अगले 7 से 10 दिनों तक गन्ना की क्रशिंग जारी रहने की संभावना है। इधर महराष्ट्र के पुणे जिले में एक मिल चालू है जिसमें मई के दूसरे सप्ताह तक गन्ना की क्रशिंग जारी रह सकती है।

दक्षिणी कर्नाटक एवं तमिलनाडु की कुछ चीनी मिलों में जून/जुलाई से सितम्बर तक गन्ना क्रशिंग का विशेष सत्र शुरू होने वाला है जिससे 2024-25 सीजन के कुल शकर उत्पादन का आंकड़ा कुछ बड़ा हो सकता है। परम्परागत रूप से वहां गन्ना क्रशिंग के इस विशेष सत्र में 4-5 लाख टन शकर का उत्पादन होता रहा है। इसे देखते हुए प्रतीत होता है कि वर्तमान मार्केटिंग सीजन की पूरी अवधि में शकर का कुल उत्पादन 260 लाख टन से ऊपर पहुंच सकता है।

खाद्य मंत्रालय ने 260 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान लगाया है। गन्ना की क्रशिंग एवं शकर के उत्पादन का सीजन 15 मई तक समाप्त हो जाने की संभावना है और एक माह के अंतराल के बाद तमिलनाडु एवं कर्नाटक में गन्ना की दोबारा क्रशिंग आरंभ हो सकती है। शकर का निर्यात प्रदर्शन काफी कमजोर चल रहा है।

इधर, शकर में मांग जोरदार रहने और मिलों द्वारा ऊंचे दामों पर बिकवाली किए जाने से हाजिर बाजार में भी शकर के दाम मजबूत बोले जा रहे हैं। शुक्रवार को शकर नीचे में 4170 ऊपर में 4225 रुपये प्रति क्विंटल तक बोली गई। शकर की आवक तीन गाड़ी की रही।

नारियल में अक्षत तृतीया के बाद मांग में भारी कमी देखने को मिल रही है जिससे नारियल के दामों में अब तेजी नजर नहीं आ रही है। नारियल की आवक एक गाड़ी की रही। खोपरा गोला और बूरे में कारोबार सामान्य रहा। भाव में कोई खास परिवर्तन नहीं रहा।

शकर-शकर 4170-4190 बेस्ट क्वालिटी 4200-4225 , गुड़ भेली 4000-4100, कटोरा 4500, लड्डु 4900-5000, गिलास 5000-5200 रुपये क्विंटल।

नारियल-नारियल 120 भरती 2300-2350, 160 भरती 2650-2750, 200 भरती 2750-2800, 250 भरती 2800-2850 रुपये प्रति बोरी। खोपरा गोला बाक्स में 210-245 कट्टे में 205 रुपये प्रति किलो बोला गया। खोपरा बूरा 4000-6100 रुपये प्रति (15 किलो)।

पूजन सामग्री-देशी कपूर 700 से 710, पूजा बादाम 115 से 125, बेस्ट 220 से 230, पूजा सुपारी 425 से 450, अरीठा 180 रुपये और सिंदूर (25 किलो) 7450 रुपये। केसर 165 से 175 बेस्ट 190 से 193 रुपये प्रति ग्राम।

मसाले-कालीमिर्च 740 से 750, मिनिमटर 770 से 800, मटरदाना 825 से 850 हल्दी निजामाबाद 170 से 210, हल्दी सांगली 260 से 265 जीरा 277 से 285, मीडियम 290 से 295, बेस्ट 300 से 310, सौंफ मोटी 95 से 125, बेस्ट 240 से 285, एक्सट्रा बेस्ट 300 से 315, बारीक 280 से 325, लौंग चालू 780 से 790, बेस्ट 825 से 850, दालचीनी 250 से 255, बेस्ट 260, जायफल 725 से 750, बेस्ट 780 से 790, जावत्री 1675 से 1750, बेस्ट 1850 से 1890, बड़ी इलायची 1600 से 1750, बेस्ट 1850 से 1950, पत्थरफूल 340 से 425, बेस्ट 480 से 485, बाद्यान फूल 425 से 465, बेस्ट 525 से 550, शाहजीरा खर 385 से 400, ग्रीन 875 से 890, तेजपान 90 से 95, नागकेसर 935 से 940, सौंठ 370 से 395, धोली मूसली 2175 से 2200, हींग 751- 3450, पाउच में 10 ग्राम 3530, 121- 50 ग्राम 3250, पाउच में 10 ग्राम 3330, 111-50 ग्राम 3050, पाउच में 10 ग्राम 3130, पावडर 875 से 925, हरी इलायची 2700 से 2800, मीडियम 2900 से 3050, बेस्ट 3100 से 3200, एक्सट्रा बेस्ट 3200 से 3300, पानबार 2450 रुपये।

सूखे मेवे-काजू डब्ल्यू 240 नंबर 950, डब्ल्यू 320 नंबर 825 से 860, एस डब्ल्यू 300- 800 से 815, जेएच 850 से 870, टुकड़ी 790 से 820, बादाम इंडिपेंडेट 775 से 790, अमेरिकन 810-830, मोटादाना 880 से 925 टांच 725 से 730, खसखस चालू 1050 से 1200, बेस्ट 1220 से 1325, दिल्ली टर्की खसखस 1150 से 1275, तरबूज मगज 525 से 550, खारक 90 से 110, मीडियम 120 से 140, बेस्ट 160 से 240, किशमिश कंधारी 350 से 450, बेस्ट 500 से 550, इंडियन 280 से 295, बेस्ट 300 से 310, बेस्ट 318-330, चारौली 1850 से 1860, बेस्ट 1880 से 1900, मुनक्का 350 से 550, बेस्ट 850 से 925, अंजीर 850 से 950, बेस्ट 1150 से 1450, मखाना 960 से 1050 बेस्ट 1550 से 1600, पिस्ता ईरानी 1400-1450 मीडियम 1450-1500 बेस्ट 1525-1550, कंधारी मोटा 2150-2250 पिस्ता पिशोरी 2475-2600 नमकीन पिस्ता 900 से 1000, अखरोट 510 से 600, बेस्ट 625 से 825, अखरोट गिरी 1050 से 1225, जर्दालू 350 से 450, बेस्ट 600 रुपये।



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