फ़ैज़ी खान | हरदोई4 मिनट पहले
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हरदोई में होली का रंग अनूठे अंदाज में चढ़ रहा है। गांव की चौपालों पर शाम होते ही ढोलक, झांझ और मंजीरों की थाप से माहौल गुंजायमान हो उठता है। बुजुर्गों की टोली अपनी मधुर आवाज में परंपरागत फगुआ गीत गाकर वातावरण को रंगीन बना रही है।
गांव के अनुभवी बुजुर्गों ने फगुआ गायन की कमान संभाल रखी है। इन गीतों में हंसी-मजाक के साथ पर्यावरण संरक्षण और लोक संस्कृति का संदेश भी छिपा होता है। बुजुर्गों के गायन से युवा भी झूमने लगते हैं।
फगुआ गायक पवन कुमार बताते हैं कि होली से पहले ही चौपालों पर फगुआ गीतों की शुरुआत हो जाती है। इससे त्योहार का माहौल और भी रोमांचक बन जाता है।
वीरेंद्र यादव के अनुसार फाग गीतों में विरह, श्रृंगार, ठिठोली और वीर रस का समावेश होता है। इन गीतों की फुहारें पूरे गांव को सराबोर कर देती हैं।
हरपालपुर में फगुआ गायन की यह विशेष परंपरा लोक संस्कृति को संजोने के साथ-साथ सामाजिक भाईचारे का संदेश भी देती है। बुजुर्गों का अनोखा और जोशीला अंदाज श्रोताओं को मस्ती में डुबो देता है।