1 मिनट पहले
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फुआद को 2019 में अमेरिका ने इंटरनेशनल टेररिस्ट घोषित किया था। उसके बारे में जानकारी देने पर अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर (करीब 42 करोड़) का इनाम रखा था।
इजराइली सेना ने 30 जुलाई को हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर फुआद शुकर को हवाई हमले में ढेर कर दिया था। तब वह बेरूत के एक अपार्टमेंट में अपनी पत्नी-बच्चों के साथ था। शुकर, हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह का राइट हैंड माना जाता था और संगठन का पहला बड़ा नेता था जिसे इस साल इजराइल ने मारा था।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि शुकर को निशाना बनाने से पहले लंबे समय तक उसकी निगरानी की गई थी। तभी उसकी 4 प्रेमिकाओं के बारे में पता चला। इनसे उसने फोन पर बाद में शादी भी की थी।
फुआद शुकर 1983 में बेरूत में हुई बमबारी का मास्टरमाइंड था। इसमें 300 से ज्यादा अमेरिकी और फ्रांसीसी लोग मारे गए थे। अमेरिका ने उस पर 5 मिलियन डॉलर (42 करोड़ रुपए) का ईनाम रखा था।
इजराइल ने 30 जुलाई को बेरूत में एयरस्ट्राइक किया था। इसी हमले में हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुकर मारा गया था। ये तस्वीर उसी हमले से जुड़ी है।
गिल्टी फील करने के कारण की शादी फुआद शुकर हिजबुल्ला के संस्थापक सदस्यों में से एक था। इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद कई साल से उसका ठिकाना तलाशने में लगी हुई थी। इसी दौरान मोसाद को पता चला कि फुआद शुकर का शादी के बाद भी चार महिलाओं से संबंध थे। वह इन महिलाओं से संबंध रखने को लेकर खुद को दोषी मानने लगा था।
इसके बाद फुआद ने हिजबुल्लाह के धार्मिक नेता हाशिम सफीउद्दीन से मदद मांगी। सफीउद्दीन ने उन चारों महिलाओं से शादी कर लेने की सलाह दी। इसके बाद सफीउद्दीन ने ही फुआद शुकर की फोन पर चारों महिलाओं से शादी कराई। यह शादी कब हुई और इस दौरान शुकर कहां रहता था, इसकी जानकारी नहीं मिली है।
फुआद शुकर की शादी कराने वाले हाशिम सफीउद्दीन, भी अक्टूबर 2024 में एक इजराइली स्ट्राइक में मारा गया। सफीउद्दीन, नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह का चीफ बनने वाला था।
एक फोन कॉल की वजह से जान गई फुआद की मौत के 20 दिन बाद पता चला था कि एक फोन कॉल की वजह से उसकी जान गई। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में हिजबुल्लाह के एक अधिकारी के हवाले से दावा किया कि एक फोन आने के बाद फुआद अपने ऑफिस से निकलकर उसी इमारत की सातवीं मंजिल पर गया था जिसके बाद वहां हमला हो गया।
रिपोर्ट के मुताबिक फुआद शुकर बेरूत में रेजिडेंशियल बिल्डिंग में दूसरी मंजिल पर बने अपने दफ्तर में था। 30 जुलाई की शाम करीब 7 बजे उसे एक फोन आया। उसे सातवीं मंजिल पर अपने अपार्टमेंट में जाने के लिए कहा गया और फिर कुछ ही मिनट के बाद एक हमले में उसकी हत्या कर दी गई।
हमले में शुकर के साथ उसकी पत्नी, दो अन्य महिलाएं और दो बच्चे भी मारे गए। इसके अलावा करीब 70 लोग घायल भी हुए।
रिपोर्ट के मुताबिक यह कॉल वह किसी ऐसे व्यक्ति की थी, जिसकी हिजबुल्लाह के अंदरुनी नेटवर्क में अच्छी घुसपैठ थी। इसीलिए फोन सुनने के बाद शुकर अपने अपार्टमेंट में चला गया।