जमुई में शुक्रवार को रेल की पटरी को करीब एक इंच तक काट दिया गया। देखने से ऐसा लग रहा है कि पटरी को काटने के लिए लोहा काटने वाले किसी ब्लेड का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि, पास में ही एक हेक्सा ब्लेड भी मिला है। घटना जसीडीह-झाझा मुख्य रेलखंड पर झाझा
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हालांकि, इससे कोई हादसा नहीं हुआ है। रेलवे के अधिकारी इसकी जांच में जुटे हैं।
पेट्रोलिंग मैन की सूझबूझ से बची हजारों जान
इतने बड़े साजिश के पीछे कौन है, यह जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम रेलवे के अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की। इस दौरान अधिकारियों ने ‘पूरे मामले की जांच हो रही है’ की बात कहकर वहां से चली गई।
रेलवे ट्रैक पर काम करते इंजीनियर।
रात में जांच के दौरान पेट्रोलिंग मैन को हुई जानकारी
घटनास्थल पर हमें पेट्रोलिंग टीम को लीड करने वाले किशोर कुमार मिले। किशोर ने बातचीत में बताया कि गुरुवार की रात में ही किसी ने पटरी को काट दी है। गुरुवार की रात करीब 10.40 बजे पेट्रोलिंग मैन दिलीप और राहुल पटरी की जांच कर रहे थे। तभी पोल संख्या 371/21 के पास पटरी कटी हुई दिखी।
एक टॉर्च से कर रहे थे पेट्रोलिंग
इन दोनों के पास सिर्फ एक टॉर्च था, जिसकी लाइट में कटी हुई पटरी दिख गई। दोनों ने इसकी सूचना तुरंत वरीय अधिकारियों को दी। इसके बाद आसपास में काफी ढूंढने की कोशिश भी की लेकिन वहां कोई नहीं दिखा।
किशोर ने आगे बताया कि रात का फायदा उठा कर पटरी काटने वाले भाग गए है। अगर दोनों पेट्रोलिंग मैन ने कटी हुई पटरी नहीं देखी होती तो आज बड़ा हादसा हो सकता था। लेकिन इसे किसने काटा है, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है।
तीन महीने में चौथी घटना
यह पहली बार नहीं है, जब जमुई में रेलवे पटरी पर छेड़छाड़ की गई है। आज से 3 महीने पहले सिमरापुल के पास डाउन रेलवे लाइन में 719 ब्रिज एसएजी के पास रेलवे लाइन पर बड़ा रेलवे लाइन का टुकड़ा रख दिया गया था। वहीं, 2 महीने पहले इस रेलखंड पर पोल संख्या 373/15 के पास रेल लाइन का पंडोल खोल लिया गया था। दादपुर रेलवे स्टेशन के पास भी पंडोल खोल लिया गया था। वहीं चौथी घटना शुक्रवार की रात की है। दादपुर रेलवे स्टेशन को काफी संवेदनशील रेलवे स्टेशन माना जाता है। दादपुर और झाझा के बीच बीते तीन महीने में यह लगातार चौथी घटना है।
रेलवे का परिचालन हुआ शुरू
इस रूट से जाने वाली ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया गया है। घटना की सूचना के बाद इस रूट पर ट्रेन की स्पीड कम कर दी गई थी। जहां पटरी को काटा गया था, उस जगह पर तुरंत लॉक लगाया गया और ट्रेनों को 30 KM/h के स्पीड से पास कराया गया है। उसके बाद पहुंचे रेलवे के कर्मियों ने काटे गए जगह से 13 मीटर लंबी पटरी को काट कर दूसरी पटरी जोड़ी गई है। 6 घंटे में 13 मीटर की नई पटरी जोड़ा गया है।
रेलवे पटरी को काटा गया।
अधिकारी सिर्फ जांच की कह रहे बात
आरपीएफ के एसी हरिनारायण राम ने कहा कि घटना के बाद से ही रेलवे पुलिस सहित अन्य अधिकारी भी इस घटना को लेकर जांच में जुट गए हैं। जो भी लोग दोषी है उसकी गिरफ्तारी कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह बीते 3 माह में लगातार चौथी घटना है। पहले के हुए तीन मामलों में भी अधिकारी सिर्फ जांच की बात कह कर गायब हो गए। इसके पीछे किसका साजिश है और लगातार कौन कर रहा है, यह बात आज तक सामने नहीं आ पाई है। दादपुर और आसपास का इलाका कभी संवेदनशील है। यह इलाका नक्सली प्रभावित इलाका भी है।