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42 मोस्ट-वांटेड नक्सल लीडर्स की प्रोफाइल: तेलंगाना-कर्नाटक समेत 4 राज्यों में एक्टिव, बसवाराजू के बाद मुपल्ला-महेश और प्रभाकर फोर्स के निशाने पर – Chhattisgarh News


छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के खात्मे के लिए लगातार एनकाउंटर जारी है। फोर्स ने एक साल में 213 नक्सलियों को मार गिराया है। इसमें 10 करोड़ का इनामी नक्सली बसवाराजू भी शामिल है। बसवा राजू के एनकाउंटर के बाद उसकी जगह लेने वाले लीडर्स की तलाश नक्सल संग

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लाल आतंक के खात्मे के लिए 42 नक्सलियों को मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल किया है। इसमें छत्तीसगढ़ से 24 नक्सली, तेलंगाना से 4, आंध्र प्रदेश से 5, कर्नाटक से 2, ओडिशा से 3 और झारखंड से 4 नक्सली लीडर्स शामिल हैं।

वहीं मोस्ट वांटेड नक्सल लिस्ट में नम्बाला केशव राव, मुप्पल्ला लक्ष्मण राव, मलोजुल्ला, मिशिर बेसरा और थिप्पारी तिरुपति समेत 42 नक्सली मोस्ट वांटेड लिस्ट में हैं। इनमें कई लोग झीरम कांड में भी शामिल होने की जानकारी है। इन सभी नक्सलियों पर 1 से डेढ़ करोड़ का इनाम है, जो अभी एक्टिव हैं।

छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खत्म हो सके इसलिए सुरक्षा एजेंसियों ने 42 नक्सलियों को वांटेड की लिस्ट में शामिल किया है। इसमें छत्तीसगढ़ से 24 नक्सली, तेलंगाना से 4, आंध्र प्रदेश से 5, कर्नाटक से 2, ओडिशा से 3 और झारखंड से 4 नक्सली लीडर्स शामिल हैं।

छत्तीसगढ़ में नक्सल आतंक फैलाने वाले कौन-कौन लीडर एक्टिव हैं, इसको लेकर दैनिक भास्कर ने सुरक्षा एजेंसियों से चर्चा की। सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने देश-प्रदेश के 42 नक्सल लीडर्स की जानकारी साझा की है। पढ़िए इस रिपोर्ट में कौन नक्सल लीडर कहां एक्टिव, जो फोर्स के टॉप लिस्ट में है।

देखिए टॉप नक्सल लीडर्स की प्रोफाइल जो फरार हैं, जिनकी तलाश फोर्स कर रही है।

मुपल्ला पर केस

2012 में भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की आपराधिक साजिश रची। आरोपी सदुला रामकृष्ण (A-1) और दीपक कुमार (A-2) ने सुकुमार मंडल (A-3), शंभु चरण पाल (A-4), बापी मुड़ी (A-5) की सहायता से कोलकाता में हथियार खरीदे।

इसी तरह असिमकुमार भट्टाचार्य (A-6), दिनेश कैलाश वानखेड़े (A-7), पारु अर्जुन पटेल (A-8), सुमन मंगलसिंह गावड़े (A-9) की सहायता से मुंबई में हथियार और गोला-बारूद बनाने के लिए सामग्रियां खरीदी। तैयार माल को रायपुर (छत्तीसगढ़) में परिवहन कंपनियों के माध्यम से भेजा। 2012 से फरार है।

महेश पर केस

2014 में महेश ने अपने साथियों के साथ पुलिस अधिकारी के घर में हमला बोला। उसे इस्तीफा देने की धमकी दी। पुलिस अधिकारी की बाइक में आग लगा दी। 2014 से फरार है।

सुंदरी पर केस

2014 में सुंदरी ने अपने साथियों के साथ पुलिस अधिकारी के घर में हमला बोला। उसे इस्तीफा देने की धमकी दी। पुलिस अधिकारी की बाइक में आग लगा दी। 2014 से फरार है।

तिरूपति पर केस

2012 में भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की आपराधिक साजिश रची। अपने साथियों की सहायता से मुंबई में हथियार और गोला-बारूद के निर्माण के लिए मिली समाग्रियों और खरीदे गए माल को छत्तीसगढ़ भेजा 2012 से फरार हैं।

बालमुरी पर भी थिप्पिरि तिरूपति की तरह भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचने का केस है। वह भी 2012 से फरार है।

सोमजी पर भी बाकी साथियों की तरह ही युद्ध छेड़ने की साजिश रचने का केस है। वह भी 2012 से फरार है।

गजरला पर केस

10 फरवरी 2012 को गजरला रवि ने अपने साथियों के साथ बीएसएफ की टीम पर हमला किया। कमांडेंट सहित तीन जवानों को मार दिया और उनके हथियार लूट लिए। 2014 से फरार है। छत्तीसगढ़ में एक्टिव है।

दुबाशी शंकर पर केस

10 फरवरी 2012 को दुबाशी शंकर ने अपने साथियों के साथ बीएसएफ की टीम पर हमला किया। कमांडेंट सहित तीन जवानों को मार दिया और उनके हथियार लूट लिए। 2014 से फरार है। छत्तीसगढ़ में एक्टिव है।

जलुमुरी श्रीनु बाबू भी बीएसएफ की टीम पर हमला करने वाले नक्सलियों में शामिल था। 2014 से फरार है। छत्तीसगढ़ में एक्टिव है।

मेट्टूरू जोगा राव भी बीएसएफ की टीम पर हमला करने वाले नक्सलियों में शामिल था। 2014 से फरार है। छत्तीसगढ़ में एक्टिव है।

दबा माधी भी बीएसएफ की टीम पर हमला करने वाले नक्सलियों में शामिल था। 2014 से फरार है। छत्तीसगढ़ में एक्टिव है।

मुका सोढ़ी बीएसएफ की टीम पर हमला करने वाले नक्सलियों में शामिल था।

केस: खिल्लो रंजू बीएसएफ की टीम पर हमला करने वाले नक्सलियों में शामिल था।

सोमा सोढ़ी पर केस

25 मई 2013 को सोमा सोढ़ी ने अपने साथियों के साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी की परिवर्तन यात्रा के काफिले पर हमला किया। NH 221 के पास झीरम घाटी के पहाड़ी क्षेत्र में हुएहमले में 27 लोग मारे गए। इनमें 10 पुलिसकर्मी शामिल थे, जबकि 38 लोग घायल हुए।

इस हमले के दौरान एक 9 मिमी पिस्तौल, 2 मैगजीन और 20 राउंड गोलियां लूटी गई। इसके अलावा 2 AK-47 राइफल, 14 मैगजीन और 455 राउंड गोलियों के साथ, 10 हैंड ग्रेनेड और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी लूटे लिए।

केस: बरसे सुक्का भी झीरम घाटी हमले में शामिल था।

केस: सप्पो हुंगा भी झीरम घाटी हमले में शामिल था।

केस: जयलाल मंडावी भी झीरम घाटी में कांग्रेस की यात्रा पर हुए हमले में शामिल था।

केस: कुम्मे मोडियाम भी झीरम घाटी हमले में शामिल थी।

केस: पाका हनुमंतु भी झीरम घाटी हमले में शामिल था।

नक्सली लीडर कोर्सा सन्नी।

  • नाम: कोर्सा सन्नी
  • उपनाम: सन्नी कोर्सम @ सन्नी हेमला
  • मंगलू कोर्सा की बेटी और बोड्डा हेमला की पत्नी
  • पता: गांव- कोकरा (नालापारा), थाना- गंगालूर, जिला- बीजापुर, छत्तीसगढ़

कुछ और नक्सल लीडर्स की प्रोफाइल जो दूसरे केस में फरार हैं

नक्सली लीडर प्रयाग मांझी।

  • नाम: प्रयाग मांझी
  • उपनाम: विवेक जी @ विवेक दा @ करण दा @ फुच्चू @ लेट्रा
  • पिता का नाम: स्वर्गीय चरकू मुर्मू
  • पता: ग्राम-दल्लुबुढ़ा, थाना टुंडी, जिला-धनबाद

प्रयाग मांझी पर केस

झारखंड के रांची जिले में जुलाई 2008 में जेडीयू विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या सीपीआई (एम) के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई। इस वारदात में प्रयाग मांझी का भी नाम आया। यह मामला पहले रांची के बुंडू थाना में दर्ज हुआ था।

बाद में भारत सरकार के आदेश पर एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने इसे 30 जून 2017 को अपने हाथ में लेकर जांच शुरू की। वर्तमान में जांच जारी है। प्रयाग मांझी वारदात के बाद से फरार है। छत्तीसगढ़ में इसके मूवमेंट की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को है।

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  • नाम: लक्ष्मण कोर्राम
  • पिता का नाम: सोमडू कोर्राम का बेटा
  • पता: सल्फीपदर छिंदगुर, चांदामेटा थाना- दरभा जिला बस्तर।

लक्ष्मण कोर्राम पर केस

11 मार्च 2014 को 80वीं बटालियन CRPF और थाना टोंगपाल की पुलिस पार्टी पर साथियों के साथ हमला किया। ROP पर निकले जवानों पर लगभग 100 माओवादियों ने फायरिंग की। दोनों पक्षों के बीच लगभग एक घंटे तक मुठभेड़ हुई, जिसमें 15 जवान शहीद हो गए।

एक नागरिक की भी मौत हो गई। माओवादियों ने सुरक्षा बलों के हथियार लूट लिए, जिनमें 6 AK-47 (जिनमें से 3 में यूबीजीएल लगे थे), 1 INSAS एलएमजी, 8 INSAS राइफल और 2 एसएलआर शामिल थे।

नक्सली लीडर पतिराम मांझी।

  • नाम: पतिराम मांझी
  • उपनाम: @तूफ़ान दा @अनल दा @पतिराम मरांडी @ तारू मांझी
  • पिता का नाम : टोटो मरांडी
  • पता: ग्राम झरहा, थाना पीरटांड, जिला गिरिडीह, झारखंड।
  • केस: 2008 में रांची में अपने साथियों के साथ मिलकर जेडीयू विधायक की हत्या की और तब से फरार है। छत्तीसगढ़ में इसके मूवमेंट की मौजूदगी सुरक्षा एजेंसियों के रिकॉर्ड में दर्ज है।

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  • नाम: गुरुवा मुंडा
  • पिता का नाम: स्वर्गीय मंगल सिंह मुंडा उर्फ ​​बुधन मुंडा
  • पता: ग्राम-बरूहातू, थाना बुंडू, जिला रांची, झारखंड।
  • केस: 2008 में रांची में अपने साथियों के साथ मिलकर जेडीयू विधायक की हत्या की और तब से फरार है।

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  • नाम : बिरजू गंझू
  • उपनाम: छोटू खरवार @ सुजीत खरवार @ छोटूजी @ छोटे सिंह
  • पिता का नाम : नरेश सिंह उर्फ ​​ननका पाहन
  • पता: ग्राम- सिकिद, थाना- हेरहंज, जिला- लातेहार (झारखंड)
  • केस: 2017 में रांची पुलिस ने माओवादी की सेंट्रल कमेटी के सदस्य एम. सत्यनारायण रेड्डी उर्फ ओग्गु सतवाजी उर्फ सुधाकर और बी. नारायण से सोने की ईट बरामद हुई थी। इनपुट के आधार बिरजू गंझू से मिले पैसों से उसे खरीदा गया। तब से वह फरार है। छत्तीसगढ़ बॉर्डर में इसके मूवमेंट की जानकारी सुरक्षा एजेंसी को मिली है।

सभी की हमारे पास स्पष्ट सूचना: IG सुंदरराज पी.

बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने दैनिक भास्कर को बताया, कि प्रतिबंधित संगठन के सभी सदस्यों की स्पष्ट जानकारी हमारे पास है। के रामचंद्र रेड्‌डी, गणपति, हिडमा, सुजाता, गणेश उइके और वासुदेवा की स्पष्ट जानकारी है।



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