48 घंटे की बारिश ने छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और ओडिशा राज्य के कई हिस्सों को डूबा दिया है। CG के सुकमा से जुड़े इन राज्यों की सरहद पर स्थित शबरी नदी उफान पर है। सुकमा-कोंटा के रास्ते आंध्र-तेलंगाना को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे-30 पर पानी भरा हुआ है।
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इधर, बीजापुर के रास्ते आंध्र-तेलंगाना और महाराष्ट्र को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे 63 पर भी पानी भरा है। इस रास्ते से इन तीनों राज्यों का संपर्क टूट चुका है। हालांकि, इन दोनों जिलों में आज सुबह से बारिश थमी हुई है। ऐसे में जल्द ही मार्ग खुलने की संभावना है। यदि बारिश होती है तो मुश्किल बढ़ जाएगी।
ड्रोन कैमरे से देखिए तीनों राज्यों का नजारा
ये तस्वीर आंध्र की है। NH-30 पानी में डूब गया है। ये सड़क CG को जोड़ती है।
कोंटा से लगे ओडिशा और आंध्र का हाल।
CG-ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कई हिस्से डूब गए हैं।
सुकमा के इंजरम में भरा पानी
सुकमा से कोंटा के बीच नेशनल हाईवे-30 पर इंजरम और फंदीगुड़ा में पानी भरा हुआ है। इंजरम में लगभग 3.5 फीट और फंदीगुड़ा में लगभग 1.5 फीट पानी है। फंदीगुड़ा से ट्रकें गुजर रही हैं। लेकिन छोटी वाहनों को जाने नहीं दिया जा रहा है। वहीं दोरनापाल से सुकमा के बीच भी मार्ग बहाल हो गया है। गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो गई है।
इस दौरान एक युवक ने कार पार करने की कोशिश की, लेकिन कार बीच में ही बंद हो गई। जिसके बाद लोगों ने जान जोखिम में डालकर धक्का मारते हुए कार को पार कराया।
एक युवक ने कार पार करने की कोशिश की, लेकिन कार बीच में ही बंद हो गई।
फंदीगुड़ा के पास पानी कम होने से ट्रकें निकल रही हैं।
तेलंगाना के भद्राचलम में गोदावरी नदी का जल स्तर भी बढ़ रहा है। गोदावरी के बैक वाटर से सुकमा जिले के कई हिस्से प्रभावित हो सकते हैं। फिलहाल प्रशासन की टीम बॉर्डर इलाके में तैनात है। बारिश के बाद हालात का जायजा भी लिया जा रहा है।
बाढ़ के बाद बर्बादी की तस्वीरें
मलेवागु पुल पूरी तरह से टूट गया है।
लखापाल और चिंतलनार के बीच लगभग 50 फीट तक सड़क बह गई है।
सुकमा के कई इलाकों में लोगों के घर ढह गए हैं।
बीजापुर में थमी बारिश
बीजापुर में भी बारिश थम गई है। हालांकि, जिले के अधिकांश क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। यहां NH-63 पर पानी भरा हुआ है। चिंतावागु नदी के बैक वाटर से कई क्षेत्र डूब गए हैं। बीजापुर के तिमेड़ से आगे महाराष्ट्र का संपर्क भी टूट गया है। पिछले 48 घंटे से मार्ग ब्लॉक है।
वहीं इंद्रावती नदी का भी जल स्तर बढ़ रहा है। जिससे नदी किनारे बसे गांवों के लिए खतरा है। बीजापुर के रास्ते महाराष्ट्र, आंध्र और तेलंगाना राज्य का संपर्क टूटा हुआ है।