लखनऊ के हजरतगंज स्थित आयकर विभाग कार्यालय में दो आईआरएस अधिकारियों के बीच हुए विवाद का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब IRS अधिकारी योगेंद्र मिश्रा ने एक नया वीडियो जारी करते हुए पुलिस और विभागीय अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा क
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IRS अधिकारी योगेंद्र मिश्रा ने वीडियो किया जारी।
‘मुझे रोका गया, धमकाया गया और फिर फोन भी छीन लिया गया’
शनिवार को मीडिया को भेजे गए 1 मिनट 28 सेकेंड के वीडियो में योगेंद्र मिश्रा खुद रिकॉर्डिंग करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि वे आयकर भवन के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों और पुलिसकर्मियों से बार-बार पूछ रहे हैं कि उन्हें क्यों रोका गया है। जवाब में सुरक्षा कर्मी बस इतना कहते हैं कि “जैसे ही सर कहेंगे, आपको भेज देंगे।”
IRS अधिकारी योगेंद्र मिश्रा ने विवाद के तुरंत बाद बनाया था वीडियो।
आइए अब जानते है योगेंद्र मिश्रा वीडियो में क्या सवाल कर रहे हैं..
योगेंद्र- बताइए, क्या आदेश है सर का?
सुरक्षाकर्मी- कुछ नहीं, बस आप बैठिए यहां पर, जैसे ही उधर से सर बुलाएंगे…
योगेंद्र- कितनी देर में बुलाएंगे?
सुरक्षाकर्मी-जैसे ही उधर से सर बुलाएंगे, मैं आपको बता दूंगा सर
योगेंद्र-तो ये बताइए मैं नीचे जा सकता हूं?
सुरक्षाकर्मी-नहीं सर अभी नहीं
योगेंद्र-क्यों नहीं जा सकता?
सुरक्षाकर्मी-जैसे सर बोलेंगे, मिल के जाएंगे
योगेंद्र- आपको ये पता है कि इललीगल डिटेंशन (अवैध हिरासत) होता है, आप अपना नाम बताइए जरा
पास खड़ा पुलिसकर्मी- अरे नाम से क्या करना है आपको।
योगेंद्र- नाम से ही तो करना है।
पुलिसकर्मी-बता रहे हैं तो आप काम करिए।
योगेंद्र- कल को मेरे साथ कोई दुर्घटना हो जाए, रास्ते में जाते समय मेरी गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाए। ट्रक उस पर चढ़ जाए. कुछ गुंडे आकर आक्रमण कर दें तो कौन उसकी जिम्मेदारी लेगा, क्या आप लेंगे?
सुरक्षाकर्मी-कोई किसी की जिम्मेदारी नहीं ले सकता है।
योगेंद्र- मेरा तो अभी झगड़ा हुआ है न। कोई नटोरियस आदमी हमारे साथ कुछ बुरा कर दे तो आप लेंगे जिम्मेदारी?।
पुलिसकर्मी-तो इसी बात के लिए तो हो रहा है। अधिकारी आदेश देंगे तो उसी हिसाब से करेंगे।
योगेंद्र- अधिकारी का रिटेन में आदेश ले आओ।
पुलिसकर्मी-अरे, इंतजार करिए. बैठिए आप।
योगेंद्र- नहीं आप हमको रोक नहीं सकते हैं, ठीक है, बैठ रहा हूं मैं।
योगेंद्र- मुझे एक पेपर दो, मैं लिख…
पुलिसकर्मी-इसी में बैठिए, पेपर दे रहे हैं।
‘मुझे आयुक्त से नहीं मिलने दिया गया’
वीडियो के साथ जारी बयान में मिश्रा ने कहा कि 29 मई को उन्हें जानबूझकर कार्यालय में रोका गया, ताकि वे घटना की शिकायत न कर सकें।
“शाम 7 बजे तक मुझे बिना किसी स्पष्ट आदेश के कार्यालय में बैठाए रखा गया। मेरे मोबाइल में से एक फोन छीन लिया गया। मेरी मानसिक स्थिति को लेकर झूठी बात कहकर वरिष्ठ अधिकारियों ने मुझे फंसाने की कोशिश की।”
उन्होंने दावा किया कि जब वे पुलिस कमिश्नर से मिलने गए, तो उन्हें जानबूझकर रोक दिया गया।
‘मुझे बिल्डिंग में ही अरेस्ट करने की तैयारी थी’
मिश्रा ने आरोप लगाया कि अगर अमरेश तिवारी नामक एक अधिकारी ने उनकी मदद न की होती, तो उन्हें बिल्डिंग के भीतर ही गिरफ्तार किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले ही विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायतें की थीं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
“मैंने RTI डाली थी, लेकिन जवाब नहीं मिला। गौरव गर्ग के पास ही डिजिटल ट्रेनिंग हेडक्वार्टर की शिकायतें जाती थीं और वहीं से उन्हें वापस कर दिया जाता था।”
‘पुलिस वाले सुबह 2 बजे गिरफ्तारी के लिए घर आ गए थे’
योगेंद्र मिश्रा ने यह भी दावा किया कि घटना के अगले ही दिन, सुबह 2 बजे दो कांस्टेबल उन्हें गिरफ्तार करने के लिए घर पहुंच गए थे।
“मैं खुद फेसबुक पर लाइव आकर पूरे भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करूंगा। ये मामला सिर्फ व्यक्तिगत झगड़े का नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम में हो रहे गड़बड़ियों का है।”
विवाद के बाद सिविल अस्पताल पहुंचे थे IRS अधिकारी गौरव गर्ग।
जानिए क्या है पूरा मामला?
29 मई को लखनऊ के इनकम टैक्स कार्यालय में IRS अफसर योगेंद्र मिश्रा और गौरव गर्ग के बीच मारपीट हुई थी।
गौरव गर्ग ने आरोप लगाया कि मिश्रा ने क्रिकेट मैच न खिलाने को लेकर गुस्से में आकर उनके चेहरे पर मुक्के मारे और जूते से प्राइवेट पार्ट पर वार किया।
इस विवाद के बाद मिश्रा की पत्नी नेहा द्विवेदी ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि गौरव गर्ग की पत्नी रवीना त्यागी एक IPS अधिकारी हैं, और इसी वजह से पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रही।