जींद के आकाश गोयल को मिठाई खिलाते माता-पिता व अग्रवाल समाज के पदाधिकारी।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से जारी सिविल सर्विसेज एग्जाम 2024 की फाइनल लिस्ट में जींद के आकाश गोयल ने 117वां रैंक हासिल किया। आकाश गोयल IPS के लिए चयनित हुए हैं। आकाश गोयल MBBS की पढ़ाई के बाद इंटर्नशिप कर रहे थे तो कोरोना काल में दोस्तों के साथ म
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आकाश गोयल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डीएवी स्कूल जींद से प्राप्त की। इसके बाद साल 2016 में दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कालेज में MBBS की पढ़ाई शुरू की। कोरोना काल में इंटर्नशिप के दौरान आकाश को महसूस हुआ कि डाक्टर बनकर तो वे एक मरीज की जान बचा सकते हैं। लेकिन IAS या IPS बनकर बड़े स्तर पर लोगों की सेवा कर सकते हैं।
आकाश गोयल।
दूसरी बार में मेन क्लीयर हुआ लेकिन इंटरव्यू में रह गए
तभी उसने UPSC की तैयारी शुरू कर दी और आनलाइन कोचिंग लेना शुरू किया। पहले प्रयास में प्रथम चरण में सफल नहीं हो सके। दूसरे प्रयास में दो चरणों में पास हो गए, लेकिन इंटरव्यू में रह गए। लेकिन आकाश ने हिम्मत नहीं हारी। कड़ी मेहनत जारी रखी और तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की।
आकाश ने बताया कि जहां भी उसकी नियुक्ति होगी, उसका लक्ष्य रहेगा कि सबको इंसाफ मिले और क्राइम रेट कम हो। मंगलवार को जैसे ही आकाश के यूपीएससी में 117वीं रैंक प्राप्त करने की सूचना मिली, घर में जश्न का माहौल बन गया। अग्रवाल समाज के प्रधान राजकुमार गोयल सहित काफी लोग उनके घर बधाई देने पहुंचे।
जींद के आकाश गोयल को यूपीएससी क्रैक करने पर गुलदस्ता देते परिवार तथा अग्रवाल समाज के लोग।
हर दिन पढ़ाई की, घंटे निर्धारित नहीं थे आकाश ने बताया कि प्रतिदिन पढ़ाई के लिए घंटे निर्धारित नहीं थे। कभी आठ से नौ घंटे, कभी 12 से 13 घंटे पढ़ाई करता था। कोई दिन ऐसा भी होता था, दो से तीन घंटे ही पढ़ पाता था। लेकिन कोई दिन ऐसा नहीं था, जब उसने पढ़ाई ना की हो। समाचार पत्र और मैगनीज नियमित रूप से पढ़ता था, जिससे तैयारी में काफी मदद मिली।
परिणाम से जरूरी मेहनत है। पहले प्रयास में सफलता मिले, ये जरूरी नहीं है। कड़ी मेहनत करते रहें। आनलाइन काफी सामग्री उपलब्ध है, जिससे गरीब परिवार का बच्चा भी तैयारी करके ये परीक्षा दे सकता है।
आकाश गोयल को मिठाई खिलाते परिजन।
पिता हैं सरकारी स्कूल में प्राचार्य, मां गृहणी आकाश का पैतृक गांव कैथल जिले का किठाना है। उनके पिता सतबीर गोयल राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल सेकेंडरी स्कूल शामलो कलां में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत हैं। माता संध्या गोयल एमए बीएड हैं और गृहिणी हैं। आकाश की बड़ी बहन अवनी गोयल वर्तमान में जोधपुर में एमडी की पढ़ाई कर रही हैं। अब उसकी परीक्षाएं चल रही हैं।
24 घंटे पढ़ना जरूरी नहीं पिता सतबीर गोयल ने कहा कि परीक्षा चाहे कोई भी हो, उसमें सफलता के लिए जुनून और निरंतर प्रयास आवश्यक होते हैं। जरूरी नहीं कि पढ़ाई 24 घंटे की जाए, बल्कि पढ़ाई केंद्रित और लक्ष्य आधारित होनी चाहिए। परिवार के अनुसार, आकाश शुरू से ही मेहनती और लक्ष्य केंद्रित रहा है। उनके पिता विनय गोयल ने कहा कि परीक्षा चाहे कोई भी हो, उसमें सफलता के लिए जुनून और निरंतर प्रयास आवश्यक होते हैं।