धमतरी में अक्षय तृतीया के मौके पर बाजारों में खासा उत्साह
धमतरी में अक्षय तृतीया का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इस शुभ अवसर पर जिले में 200 से अधिक विवाह समारोह आयोजित किए गए। जहां नए जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे।
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बाजार में रही रौनक, चांदी की बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी
अक्षय तृतीया के चलते बाजारों में खासा उत्साह देखने को मिला। खास बात यह रही कि इस बार चांदी की खरीदारी ने सोने की बिक्री को पीछे छोड़ दिया। सराफा व्यापारियों के अनुसार, लगातार बढ़ती कीमतों के कारण लोग सोने की बजाय चांदी के जेवर और पूजन सामग्री खरीदना अधिक पसंद कर रहे हैं। बच्चों ने भी गुड्डा-गुड़िया की खरीदारी कर घरों के बाहर पारंपरिक मंडप सजा कर उनके प्रतीकात्मक विवाह सम्पन्न किए।
धार्मिक महत्व के कारण बढ़ा विवाह आयोजन
पंडितों के अनुसार अक्षय तृतीया को शुभ कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है। यही वजह है कि इस दिन विवाह आयोजन की संख्या अधिक रही। गणेश मंदिर के पंडित हुमंत प्रसाद शास्त्री ने बताया कि अक्षय तृतीया आदि अनादि काल से चली आ रही परंपरा है। इस दिन किसान खेतों में पूजा कर अन्न का छिड़काव करते हैं और गृहस्थ अपने घरों में सुख-समृद्धि के लिए पूजन करते हैं।
सोने की ऊंची कीमतों ने प्रभावित की बिक्री
व्यापारियों ने बताया कि इस वर्ष ग्राहकों की संख्या तो सामान्य रही, लेकिन अधिकतर ग्राहक सीमित खरीदारी कर रहे हैं। इसकी वजह सोने की आसमान छूती कीमतें हैं। पिछले वर्ष की तुलना में सोने का दाम ₹68,000 प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 97,000 रुपए तक पहुंच चुका है, जिससे खरीदारी पर असर पड़ा है।
छोटा ही सही, सोना जरूर खरीदते हैं
सोने की दुकानों में पहुंचे कई ग्राहकों ने बताया कि भले ही दाम बढ़ गए हों, लेकिन अक्षय तृतीया जैसे शुभ दिन पर सोने का छोटा टुकड़ा खरीदना भी धार्मिक मान्यता के अनुसार जरूरी माना जाता है। उनका मानना है कि यह समृद्धि और अक्षय पुण्य का प्रतीक है।