कोंडागांव में आयोजित सनातनी सभा में पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने हिंदू समाज को जागृत करने का प्रयास किया। उन्होंने धार्मिक स्थलों के चढ़ावे पर महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया। कुलश्रेष्ठ ने बताया कि चर्च, मदरसे और गुरुद्वारों का चढ़ावा उनकी संस्थाओं के पास रहता
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उन्होंने सनातनी नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाए। असदुद्दीन ओवैसी का उदाहरण देते हुए कहा कि वे मुस्लिम समाज के लिए संसद में और हैदराबाद में आवाज उठाते हैं। लेकिन हिंदू समाज के सांसद और विधायक अपने समाज के लिए नहीं बोलते।
कुलश्रेष्ठ ने कोंडागांव की एक दर्दनाक घटना का जिक्र किया। एक युवती को मुंबई ले जाकर कमरे में बंद रखा गया और उसके साथ क्रूरता की गई। इस घटना पर उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
सभा के अंत में उन्होंने हिंदू समाज से अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए स्वयं आगे आना होगा। अगर अब भी चुप रहे तो शिकायत का अधिकार भी खो देंगे।