हाथियों के इस झुंड में कुछ छोटे बच्चे भी हैं।
कोडरमा के जयनगर थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जंगली हाथियों के आगमन से लोगों में दहशत का माहौल है। जंगली हाथियों का झुंड ने मतोनी और नवाडीह जंगल में अपना आशियाना बना रखा है। हाथियों के इस झुंड में कुछ छोटे बच्चे भी हैं। ऐसे में हाथियों के ज
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गांव के लोगों में काफी दहशत
हाथियों ने क्षेत्र के कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। इससे किसान परेशान हैं और जिला प्रशासन से मदद की मांग कर रहे हैं। जंगली हाथियों के झुंड से आसपास गांव के लोगों में काफी दहशत फैला हुआ है।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी
ग्रामीणों ने बताया कि 20 की संख्या में जंगली हाथियों का झुंड मतौनी व नवाडीह जंगल में अपना डेरा जमाया हुआ है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी है। जहां वन विभाग की टीम हाथियों के झुंड को भगाने के प्रयास में जुटी हुई है।
वन विभाग ने लोगों को किया अलर्ट
वहीं, वन विभाग ने ग्रामीणों को अलर्ट किया है कि वो हाथियों को छेड़े नहीं और उनसे दूरी बनाए रखे, लेकिन लोग जंगल में जाकर मोबाइल से हाथियों का वीडियो बना रहे हैं और शोर भी मचा रहे हैं।
20 की संख्या में जंगली हाथियों का झुंड मतौनी व नवाडीह जंगल में अपना डेरा जमाया हुआ है।
कई घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था
इससे पूर्व भी हाथियों के झुंड ने 2020 में मरकच्चो के बेरहवा जंगल में काफी उत्पात मचाया था। उस वक्त हाथियों का झुंड ने भगवतीडीह, कुम्हारटोली व नादकरी गांव में पहुंचा था। इस दौरान हाथियों के झुंड ने घरों में रखे बर्तन के साथ-साथ कई घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था।
खेतों में लगे फसलों को रौंद दिया था अभी एक हफ्ते पहले भी मरकच्चो प्रखंड के कई गांवों में हाथियों के झुंड ने उत्पात मचाया था। पिछले सोमवार की देर रात भी हाथियों का झुंड जामू पंचायत के हरलाडीह गांव पहुंच कर जम कर उत्पात मचाते हुए खेतों में लगे फसलों को रौंद दिया था। हालांकि इसके बाद वे बेरहवा जंगल की ओर चले गए थे।
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हाथी पहाड़ी से उतर बराकर नदी पार कर गिरिडीह सीमा में चले गए।
धनबाद के टुंडी की पहाड़ियों में करीब 3 महीने रहने के बाद 40 हाथियों का दल सोमवार को गिरिडीह के पारसनाथ क्षेत्र की ओर रवाना हो गया। टुंडी के ऋषिभीठा में आने के बाद दल की हथिनियों ने दो शिशुओं को जन्म दिया था। उनकी सुरक्षा के लिए पूरा दल वहीं टिका हुआ था।
उनके जन्म के कुछ समय बाद हाथियों ने पहाड़ियों से उतरकर जाने की कोशिश की, पर रास्ते में ग्रामीणों से सामना हो जाने के कारण बार-बार लौट जा रहे थे। पिछले शनिवार को भी करीब 20 हाथी नौहाट, डिग्री कॉलेज होते हुए सलैया जंगल तक पहुंचे थे, लेकिन फिर पहाड़ी पर लौट गए थे। पढ़िए पूरी खबर…