साइबर ठगी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
आगरा में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर साढ़े 42 लाख की ठगी के मामले में साइबर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने साढ़े 42 लाख में से 10 लाख रुपये फ्रीज करा दिए हैं। पूछताछ में जानकारी मिली है कि शातिरों ने अब तक
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21 फरवरी को पहले 50 हजार रुपए इन्वेस्ट कराए गए। इससे ट्रेडिंग कराकर करीब 5 हजार का मुनाफा कराया। इसके बाद फिर डेढ़ लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कराकर ट्रेडिंग कराई। एक दिन में करीब 25 हजार रुपए का मुनाफा दिखाया। इतना ही नहीं इस रकम को विड्राल भी करवा दिया, जिससे विश्वास हो गया।
इसके बाद अनु अरोरा ने 8 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। अनु अरोरा ने 23 फरवरी को कहा कि करीब 50 हजार यूएसडीटी खरीदने पर अच्छा लाभ होगा। ये स्कीम 28 फरवरी तक है। इसके लिए काफी दबाव बनाया। उसकी बातों में आकर 26 फरवरी को 30 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ढाई लाख रुपए और डाल दिए।
इसके बाद मेरी आईडी पर मुनाफे समेत 1,18,700 यूएसडीटी शो होने लगे। जब मैंने रकम विड्रॉल करने को कहा तो मुझे 12 बजे के बाद अप्लाई करने को कहा। जब मैंने कस्टमर केयर पर बात की तो मुझसे टैक्स के लिए 22,860 यूएसडीटी जमा कराने को कहा। इसके बाद मुझे ठगी का अहसास हुआा। कुल मिलाकर 42.50 लाख रुपए ठग लिए गए।
पुलिस हुई थी एक्टिव एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार ने बताया कि साइबर थाने में मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस एक्टिव हो गई। जिन एकाउंट्स में पैसे मंगवाए गए थे, उनकी पूरी कुंडली निकाली गई। पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वो अब तक कई लोगों से साढ़े पांच करोड़ इसी तरह से ठग चुके हैं। चारों आरोपी दिल्ली और नोएडा के रहने वाले हैं।