जबलपुर के लार्ड गंज थाना क्षेत्र में एक कंप्यूटर शॉप में चोरी करने वाले शातिर चोर को पकड़ने के लिए पुलिस ने खास रणनीति बनाई। पुलिस को चोर की तस्वीर और सीसीटीवी फुटेज मिल गए थे, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रहा था।
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इस दौरान एसपी संपत उपाध्याय ने चोर को पकड़ने के लिए एक तरकीब लगाई, जिसके बाद चोर को कुछ ही दिनों में गिरफ्तार कर लिया गया।
10 हजार रुपए का इनाम घोषित करने के बाद चोर पकड़ा गया है।
10 हजार के इनाम पर मिली जानकारी
पुलिस ने चोर को गुमशुदा बताते हुए शहर के कई स्थानों पर उसके पोस्टर लगाए। पोस्टर में यह भी लिखा गया था कि गुमशुदा व्यक्ति के बारे में जो भी जानकारी देगा, उसे 10 हजार रुपए का इनाम मिलेगा। 9 जनवरी को एक व्यक्ति ने पोस्टर पर दिए गए नंबर पर कॉल कर बताया कि वह गुमशुदा व्यक्ति, जो 10 हजार का इनाम घोषित किया गया है, जबलपुर के कंचनपुर का रहने वाला है और उसका नाम मनीष यादव है।
गुमशुदा के तौर पर लगे चोर के पोस्टर
पुलिस ने गुमशुदा के तौर पर चोर के पोस्टर लगाए थे। युवक से मिली जानकारी के बाद एसपी के निर्देश पर यादव कॉलोनी चौकी प्रभारी सतीश झारिया अपनी टीम के साथ आधारताल कंचनपुर पहुंचे, जहां मनीष यादव के परिवार वाले मिले। परिवार ने बताया कि एक सप्ताह पहले मनीष काम पर जाने के लिए निकला था, और फोन पर रोज उससे बात होती थी, लेकिन वह कहां है, यह नहीं पता था।
एसआई सतीश झारिया के कहने पर मनीष के परिवार वालों ने उसे फोन किया, तो उसने सागर और फिर नागपुर में होने की बात कही।
एसपी के निर्देश पर पुलिस की टीम ने मनीष की कॉल लोकेशन के आधार पर नागपुर में उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ में मनीष ने बताया कि 1 और 2 जनवरी की रात को उसने आशीष अहिरवार की कंप्यूटर शॉप का दरवाजा तोड़कर डेढ़ लाख रुपए नगद, एक मोबाइल और अन्य सामग्री चोरी की थी।
चोर की तलाश करने के लिए पुलिस ने शहर में उसके गुमशुदगी के पोस्टर लगाए थे।
जबलपुर में छिपे थे चोर के दोस्त, किया गिरफ्तार
पूछताछ में मनीष यादव ने बताया कि उसने अपने दो साथी गोरखपुर निवासी मोनू राजपूत और सरजू दुबे के साथ मिलकर चोरी की थी। मनीष की निशानदेही पर पुलिस ने 10 जनवरी की रात को दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया। एसआई सतीश झारिया ने बताया कि मनीष के दोनों दोस्त जबलपुर में छिपे हुए थे। पुलिस के मुताबिक, तीनों शातिर चोर हैं और उनके खिलाफ आधारताल थाने सहित शहर के अन्य थानों में चोरी के मामले दर्ज हैं।
ऐसे आया पुलिस को चोर पकड़ने का आइडिया
लार्ड गंज थाना क्षेत्र में स्थित एक कंप्यूटर शॉप में चोरी होने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें तीन व्यक्ति चोरी करते हुए दिखाई दिए। एक आरोपी दुकान के अंदर घुसा था, जबकि दो बाहर खड़े थे। पुलिस ने एक चोर की तस्वीर निकालकर उसकी तलाश शुरू की, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रहा था।
इस दौरान एसपी संपत उपाध्याय ने अपनी टीम को एक आइडिया दिया कि इस चोर के गुमशुदा के तौर पर शहर के विभिन्न स्थानों पर पोस्टर लगाए जाएं, साथ ही 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा भी की जाए। पोस्टर में पुलिस का मोबाइल नंबर भी दिया गया था।
पुलिस को उम्मीद थी कि अगर चोर जबलपुर का है, तो कोई न कोई इनाम की लालच में जानकारी जरूर देगा, और हुआ भी वही।
मनीष यादव और उसके साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं।
सीसीटीवी पर भारी पड़ा पोस्टर और 10 हजार का इनाम
1 और 2 जनवरी की दरमियानी रात चोरी होने के बाद से पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज था, लेकिन इसके आधार पर चोर को पकड़ने में सफलता नहीं मिल रही थी। आखिरकार, जो काम सीसीटीवी फुटेज नहीं कर पाए, वह काम पुलिस के पोस्टर और 10 हजार रुपए के इनाम ने कर दिखाया।
चोर मनीष यादव के बारे में जानकारी देने वाले व्यक्ति को पुलिस ने बाकायदा इनाम की राशि भी दी।