संगीता सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, करणी सेना महिला सभा
जिस तरह से वीर योद्धा राणा सांगा पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने टिप्पणी की है, उस तरह से किसी भी शहर में यदि किसी भी महापुरुष के खिलाफ कोई टिप्पणी की गई तो हम उसी शहर में जाकर उस महापुरुष की जयंती मनाएंगे और टिप्पणी करने वाले को करारा जवाब देंगे। ये च
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करणी सेना अध्यक्ष राज शेखावत से बात करतीं करणी सेना महिला की राष्ट्रीय अध्यक्ष संगीता सिंह।
हम शांत नहीं रहेंगे अब ये नहीं होगा कि कोई भी किसी महापुरुष पर गलत तरीके से टिप्पणी करे और हम शांत रहें…आगरा में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन करने का एक उद़्देश्य यह भी है। करणी सेना महिला की राष्ट्रीय अध्यक्ष पिछले 10 दिन से आगरा में डेरा डाले हुए हैं। करणी सेना की वही पहली नेता थीं जो पिछले दिनों सबसे पहले सम्मेलन स्थल गढ़ी रामी पहुंची थीं। इस दौरान कुछ युवक भी उनके साथ थे। उन्होंने यहां से वीडियो जारी कर अधिक से अधिक लोगों से इस सम्मेलन में शामिल होने की अपील की थी। साथ ही रामजीलाल सुमन को चुनौती दी थी। वीडियो में उन्होंने कहा कि ओकेंद्र राणा ने जो किया, उसे कोई हल्के में न ले। हमें किसी समाज से बैर नहीं है, हमारा सिर्फ रामजीलाल सुमन के बयान का विरोध है।
रामजीलाल सुमन, सपा सांसद
जानिये सपा सांसद ने क्या बयान दिया था सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने 22 मार्च को राज्यसभा में कहा- भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है तो फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वो मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है।