हांसी में किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ लोगों से मिलते हुए।
हिसार के हांसी में शुक्रवार को दस दिन की जेल काटने के बाद किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का जोरदार स्वागत किया गया। कोहाड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहली बार किसानों को बातचीत के लिए बुलाकर वापसी पर गिरफ्तार किया। उन्होंने इसे असामाजिक, अनैतिक और अलोकतां
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उन्होंने किसानों के प्रति सरकार को अपनी सोच बदलने की बात कही। उन्होंने कहा कि जो मर्जी बलिदान देना पड़े वह तैयार हैं। मगर किसने की 12 मांगे हर हाल में पूरी करवा कर रहेंगे और एमएसपी कानून लागू करवा कर ही दम लेंगे। इस अवसर पर बड़ी तादाद में किसान मौजूद रहे और भविष्य की रणनीति पर चर्चाकी।
जेल की दीवारें आंदोलन को नहीं रोक सकती किसान नेता ने कहा कि जेल की दीवारें आंदोलन को नहीं रोक सकती। उन्होंने मोर्चे पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज और बुलडोजर से सामान कुचलने की घटना की निंदा की। कोहाड़ ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल भगत सिंह और अंबेडकर के सपनों की बात करते हैं, लेकिन कॉरपोरेट और बड़े व्यापारियों के इशारे पर चलते हैं।
किसान संगठनों ने 30 मार्च को मय्यड़ टोल प्लाजा पर होने वाली महापंचायत को स्थगित कर दिया है। अब यह महापंचायत मई में आयोजित की जाएगी, जिसमें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के शामिल होने की संभावना है।