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नूंह का कर्मचारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित: 21 साल की नौकरी 45 की उम्र में लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज – Nuh News


विश्व की चौथी ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से पर तिरंगा फहराते राकेश

हरियाणा की नूंह जिले जिला जेल विभाग में कार्यरत एवरेस्ट विजेता राकेश कादियान ने एक बार फिर जिला नूंह का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है। पर्वतारोही राकेश कादियान ने 21 साल सरकारी सेवा में बने रहते हुए दो दिन के अंदर-अंदर विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट

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डीसी ने किया सम्मानित

45 वर्ष की आयु और 21 साल की पुलिस सेवा में हेड कॉन्स्टेबल राकेश कादयान ने जान जोखिम में डालकर ये उपलब्धि हासिल की है। उनकी इस उपलब्धि पर उन्हें नूंह डीसी विश्राम कुमार मीणा ने प्रशंसा पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही राकेश कादियान ने 14-15 दिसम्बर को चंडीगढ़ में आयोजित हुई हरियाणा मास्टर एथेलेटिक चैंपियनशिप में भाग लेकर 110 मीटर बाधा दौड़ ओर 400 मीटर बाधा दौड़ में भाग लिया और अपने आयु वर्ग में सभी खिलाड़ियों को पछाड़ते हुए गोल्ड मेडल जीतकर विभाग का नाम रोशन किया है। इसके अलावा राकेश कादयान पहले भी कई रिकॉर्ड बना चुके है।

राकेश कादयान को सम्मानित करते डीसी

जेल विभाग से नहीं मिलती मदद

मूल रूप से झज्जर जिले के सिवाना गांव के रहने वाले है। साधारण से परिवार में जन्मे राकेश ने बताया कि उनका बचपन से ही देश के लिए कुछ करने का मन था। वह 15 सितंबर 2003 से जेल विभाग में कार्यरत है। राकेश कादियान ने बताया कि उसको अपने विभाग से किसी प्रकार की मदद नहीं मिलती। वह अपनी सामान्य डयूटी पूर्ण करने उपरांत अपने अभियान के लिए मेहनत करते है। ड्यूटी से किसी प्रकार की कोई छूट नहीं मिलती फिर भी अपने देश का नाम रोशन करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा हूं। राकेश कादयान ने बताया की 21 साल की लगातार सर्विस और 45 की उम्र में लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने वाले वह विश्व में पहले पर्वतारोही है।

विश्व की चौथी ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से पर तिरंगा फहराते राकेश

विश्व के सभी 7 महाद्वीपों पर तिरंगा फहराने का सपना

राकेश कादियान ने बताया कि अब उनका सपना विश्व के सभी सातों महाद्वीपों के सभी ऊंचे पर्वतों पर भारतीय तिरंगा फहराना का है। जिसको लेकर अब वह पूरी मेहनत करने में लगे हुए है। उन्होंने कहा कि यह सपना वह हर हाल में पूरा करेंगे। विभाग तैयारी करने के लिए कुछ भी छूट नहीं दे रहा है लेकिन मैं अपनी नॉर्मल ड्यूटी करने के बाद कड़ी मेहनत करता हूं। इसके साथ ही पर्वतारोही राकेश कादियान ने बताया कि वह अप्रैल 2025 में अटारी बॉर्डर से कन्याकुमारी ओर वपास कन्याकुमारी से मुख्यमंत्री हरियाणा आवास चंडीगढ़ तक लगभग 7000 किलोमीटर साइकिल यात्रा की तैयारी में भी लगे हुए है।

राकेश कादयान की उपलब्धियों पर एक नजर

1. 15 अगस्त 2019 को अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो मात्र 15 घण्टे 53 मिनट में चढ़ाई की

2. लद्दाख की ऊंची चोटी माउंट नून सिर्फ 7 दिन में सफल चढ़ाई की

3. उत्तराखंड की ऊंची चोटी माउंट सतोपंथ पर अक्टूबर 2019 में सफल चढ़ाई की

4. लेह की ऊंची व टेक्निकल चोटी माउंट कांग यात्से-1 पर सफल चढ़ाई की

5. अब तक राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय मास्टर एथलेटिक्स खेलों में अपने आयु वर्ग में 42 गोल्ड मेडल ओर 30 सिल्वर मेडल जीत चुके है

6. जेल विभाग के राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा जेल विभाग की टीम में खेलते हुए हैदराबाद में साल 2012 में सिल्वर मेडल जीता

7. अब तक का हरियाणा जेल विभाग के इतिहास का पहला एवरेस्ट विजेता बनने का गौरव अपने नाम किया

8. जेल विभाग हरियाणा का नंबर 1 एथलेटिक्स बनने का गौरव अपने नाम किया



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