अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष मतदान करने के बाद बाहर निकले पार्षद अपनी जीत की खुशी मनाते हुए।
हरियाणा के पलवल की जिला परिषद में सोमवार को हुई वोटिंग में अध्यक्ष आरती तंवर और उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ की मौजूदगी में हुई वोटिंग में कुल 20 में से 17 पार्षदों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 16 ने अवि
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एक वोट को करना पड़ा रद्द
बैलट पेपर में अध्यक्ष पद के लिए एक वोट को रद्द करना पड़ा, क्योंकि उस पर पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ निशान लगा हुआ था। उपाध्यक्ष को केवल एक वोट मिला, जबकि 16 वोट उनके विरोध में पड़े। यह अविश्वास प्रस्ताव पहले 30 दिसंबर को लाया गया था, लेकिन डीसी की छुट्टी पर होने के कारण उस दिन वोटिंग नहीं हो पाई थी।
अब डीसी ने नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्षदों को चार सप्ताह का समय दिया है। इस बदलाव के साथ जिला परिषद में नए नेतृत्व की तैयारी शुरू हो गई है।
जानकारी देते हुए पार्षद।
पति विधानसभा चुनाव हारे, पत्नी से गई अध्यक्ष की कुर्सी
जिला परिषद की अध्यक्ष आरती के पति मनोज रावत विधानसभा चुनाव में हथीन विधानसभा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन चुनाव हार गए। उसी दिन से जिप अध्यक्ष के खिलाफ पार्षद एकजुट होने लगे थे। अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को टाला भी गया, लेकिन पार्षद अपनी बात पर अड़े रहे और 20 में से 16 पार्षद उसी दिन से दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर अडिग रहे।
इन पार्षदों ने की थी अविश्वास को लेकर वोटिंग
वार्ड दो से सतीश कुमार, वार्ड तीन से हेमलता, वार्ड पांच से आरिफा, वार्ड छह से हाजी यामीन खां, वार्ड आठ से अजीत सिंह, वार्ड नौ से तब्बुसम, वार्ड दस से बलराम, वार्ड 11 से अंजू, वार्ड 12 से रेखा, वार्ड 13 से उमेश गुदराना, वार्ड 14 से गायत्री देवी, वार्ड 15 से राजेश महलावत, वार्ड 16 से पुष्पा, वार्ड 18 से मीना, वार्ड 19 से हरवंश लाल व वार्ड 20 से चंद्रकांता शामिल हुए।
डीसी की मौजूदगी में हुई वोटिंग
डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ व डीडीपीओ उपमा अरोड़ा की मौजूदगी में बैठक में के बाद मौजूद सभी 17 पार्षदों से बैलट पेपर के द्वारा वोटिंग कराई गई। दोनों अधिकारियों ने वोटों की गिनती करने के बाद परिणाम घोषित करते हुए अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया गया। डीसी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताप के इस परिणाम को हरियाणा इलैक्शन कमीशन के पास भेज दिया जाएगा।
जैसे ही वहां से तिथि आएगी आगे चुनावी प्रक्रिया शुरू कर चुनाव करा दिया जाएगा।