गयाजी शहर में बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस पर महिलाओं और युवाओं ने एक रैली निकाली। समाज में माहवारी को लेकर फैली झिझक और गलतफहमियों को तोड़ने के मकसद से पैड यात्रा निकाली गई है।
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यात्रा समाहरणालय से शुरू होकर आजाद पार्क तक निकली, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, स्कूली छात्राएं और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। पैड यात्रा ने करीब दो किलोमीटर की दूरी इस भीषण गर्मी में तय की। यात्रा में करीब 100 की संख्या में विभिन्न स्कूलों की छात्राएं शरीक हुईं।
कार्यक्रम का आयोजन समर्थ संस्था ने किया, जिसमें रोटरी क्लब ऑफ गया युवा और इनर व्हील क्लब ऑफ गया की सक्रिय भागीदारी रही। यात्रा के समापन पर आजाद पार्क में एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ। नाटक में माहवारी से जुड़े मिथकों और सच्चाइयों को बेहद सहज और सशक्त तरीके से दर्शाया गया। संदेश साफ था कि माहवारी शर्म नहीं, जैविक प्रक्रिया है।
माहवारी को सम्मान से जीना यात्रा का मकसद
समर्थ संस्था की सह-संस्थापक सुरभि कुमारी ने बताया कि हमारा लक्ष्य सिर्फ जागरूकता नहीं, बल्कि ऐसा माहौल बनाना है, जहां हर लड़की और महिला माहवारी को सम्मान से जी सके।
पैड यात्रा के जरिए महिलाओं ने खुद आगे बढ़कर बताया कि माहवारी पर बात करना जरूरी है। यह न कोई बीमारी है, न ही कोई गंदगी, बल्कि एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। कार्यक्रम में छात्राओं ने भी खुलकर हिस्सा लिया और माहवारी से जुड़े अपने अनुभव साझा किए।