रुखसाना, आरोपी नजरूद्दीन की मां।
मेरा बेटा पागल है। उसने ये सब अपने पिता और भाई फंसाने के लिए किया। क्योंकि अपने पिछले कुछ सालों से उसे खर्च के लिए पैसे देना बंद कर दिया था। पिछले 6 महीने से धमकी दे रहा था। कह रहा था, तुम सबको फंसवा दूंगा…ऐसा कर जाऊंगा कि तुसको हथकड़ी लगवा दूंगा। य
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शाही जामा मस्जिद आगरा।
पहले जानये पूरा घटनाक्रम आगरा के थाना शाहगंज स्थित कोलिहाई निवासी नजरूद्दीन ने 11 अप्रैल को आगरा की शाही जामा मस्जिद वुजूखाना के पास जानवर का कटा हुआ सिर रख दिया था। यह सिर एक थैले में रखा मिला था। शुक्रवार सुबह नमाज पढ़ने गए लोगों ने जब थैले में जानवर का कटा सिर रखा देखा तो क्षेत्र में तनाव फैल गया। जामा मस्जिद पर भीड़ एकत्रित होने लगी थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 4 घंटे में ही आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इसके बावजूद जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने मस्जिद के बाहर हंगामा किया। इस पर पुलिस ने लाठी फटकार भीड़ को खदेड़ा। उस दिन शहर का माहौल बिगड़ने से बच गया। नजरूद्दीन की मंशा शहर का माहौल खराब करने की थी। जिस जगह नजरूद्दीन रहता है, वहां से जामा मस्जिद की दूरी लगभग 3.5 किमी है।
आरोपी नजरूद्दीन।
आरोपी को जेल भेजा जामा मस्जिद में जानवर का कटा सिर रखकर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास करने के आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया। पुलिस ने आरोपी नजरूद्दीन से घंटों पूछताछ की थी। वह जानने का प्रयासा करती रही कि उसके दिमाग में यह फितूर कहां से आया। इधर, आरोपी के पकड़े जाने के बाद भी कुछ लोगों ने जामा मस्जिद के बाहर हंगामा किया था। इस पर चौकी इंचार्ज सुभाष बाजार राजकुमार व्यास की ओर से 50-60 अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
घटना वाले दिन जामा मस्जिद के बाहर तैनात पुलिस फोर्स।
अब पढ़िये आरोपी ने क्या कबूला पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 10 जनवरी को कटा सिर खरीदने के बाद उसे एक थैले में स्कूटी पर लेकर आया था। स्कूटी को जामा मस्जिद के पास खड़ा कर दिया। इसके बाद वह जामा मस्जिद के पास बाजार में गया था। वहां से रूमाल खरीदा था, जिससे कि अपना चेहरा छिपा सके। दिन में कटा सिर इसलिए मस्जिद में रखा कि चेहरे पर रूमाल बंधा देख लोगों को शक न हो। उन्हें लगे कि धूप से बचने बचने के लिए रूमाल बांधा है। रात में में रूमाल बांधकर ओन से लोगों को शक होने पर पकड़ सकते थे। उसने यह सब माहौल बिगाड़ने के लिए किया था। कहां से खरीदा था जानवर का कटा सिर आरोपी ने जानवर का कटा सिर बालूगंज स्थित चीलघर के मीट विक्रेता से खरीदा था। पुलिस ने चीलघर के मीट विक्रेता विक्की सोनकर को को थाने बुाकर पूछताछ की। उसने बताया कि आरोपी दुकान पर अकेला आया था।
नजरूद्दीन के घर पर लटका ताला।
अब जानिये नजरूद्दीन के घर की स्थिति कोलिहाई स्थित गली में नजरूद्दीन का लगभग 100 वर्गगज में मकान है। आगे के हिस्से में दो दुकानें हैं, जो किराए पर उठी हुई हैं। इन्हीं दुकानों के आखिर में घर में एंट्री करने का एक छोटा सा गेट है, जिस पर घटना के बाद से ताला लटका हुआ है। पत्नी नाजरीन अपने दो बच्चों (एक बेटा-एक बेटी) को लेकर कहीं सुरक्षित स्थान पर चली गई है। परिजनों को डर था कि इस घटना के बाद से समाज के ही कुछ लोग उन्हें निशाना न बना लें। इस डर की वजह से वे घर छोड़कर कहीं चले गए हैं। आसपास के लोगों का क्या है कहना मामला पुलिस से जुड़ा होने के कारण कोई कुछ खुलकर नहीं बोल रहा। मगर, जब दैनिक भास्कर की टीम कोलिहाई पहुंची उसके घर के बाहर दुकान पर कुछ लोग खड़े थे। उन्होंने बताया कि आरोपी का परिवार मूलत: काजीपाड़ा का निवासी है। वर्तमान में काजीपाड़ा वाले घर में एक भाई रहता है। परिवार के अन्य सदस्य शाहगंज के कोलिहाई इलाके में रहते हैं। पिता का जूते का काम है। लोगों ने बताया कि नजरूद्दीन रुपयों के लिए कुछ भी कर सकता है। पिता ने पूर्व में उसे पानी का प्लांट खुलवाया था। उसने उसे भी बंद करा दिया। वह पैसे के लिए परेशान रहता है। इधर-उधर भटकता रहता है। हालांकि उसने आसपास क्षेत्र ऐसे कोई हरकत नहीं की, जिससे लोग उससे परेशान हों।
शाहगंज स्थित कोलिहाई क्षेत्र।
आरोपी की मां का दर्द दैनिक भास्कर की टीम जब कोलिहाई पहुंची देखा कि नजरूद्दीन के घर सामने ही उसकी मां-पिता का घर है। दरवाजा खटखटाया तो एक युवती निकली, उसने पहले तो मना किया वह नजरूद्दीन को नहीं जानती। बाद में जब माता या पिता को बुलाने की कहा तो अंदर से नजरूद्दीन की मां रुखसाना निकल कर आईं। घर के दरवाजे पर ही आते वह रोने लगीं। पूछने पर बताया-मेरा बेटा जब 3 महीने का था, तभी से बीमार है। हालांकि उसका दिमागी बीमारी का इलाज कहीं नहीं चला। बताती हैं, लगभग 17 साल पहले नजरूद्दीन की नाजरीन से बड़े धूमधाम से शादी की थी। उसके 6 बेटों में यह दूसरे नंबर का है। पिछले कुछ सालों से उसके मन में लालच आ गया था। घर पर झगड़े करने लगा था, इसलिए उसको घर के सामने ही अलग से घर बनवाकर दे दिया था। फिर भी वह नहीं माना और हमें परेशान करता रहा। मगर, क्या करुं…है तो मेरा ही बेटा…उसे बचा लो। रुखसाना ने बताया कि नजरूद्दीन के पिता बीमार रहते हैं, वह बेड से उठ नहीं सकते।
100 पुलिसकर्मियों ने खंगाले कैमरे घटना के बाद मस्जिद और आसपास के CCTV कैमरे खंगाले गए। जानकारी हुई कि 10 अप्रैल दोपहर करीब 11.45 बजे एक युवक थैला लेकर आया था। उसने चेहरे पर रुमाल बांध रखा था। एक फुटेज मिलने के बाद करीब 100 पुलिसकर्मी कैमरे देखने के लिए लगाए गए। पुलिस ने कड़ियां जोड़ते हुए नजरुद्दीन को पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया, कटा सिर गुरुवार सुबह चीलगढ़ के पास से ढाई सौ रुपये में खरीदा था।
जामा मस्जिद के गेट पर तैनात PAC के जवान।
अब जानिये जामा मस्जिद की स्थिति घटना के बाद शुक्रवार को पूरी मस्जिद को धुलवाया गया था। इसके बाद से यहां नियमित नमाज हो रही है। सुरक्षा के लिए जामा मस्जिद के गेट पर PAC के जवान तैनात हैं। आसपास का माहौल भी अब शांत है।
मौलाना इफानउल्ला खां, इमाम, जामा मस्जिद
जो लोग माहौल खराब की कोशिश करना चाहते हैं, उनके मंसूबों को कामयाब न होने दिया जाए। समाज में नफरत फैलाने वाले, खूनखराबा चाहने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसा न हो, इसका नुस्खा यही है कि मिलजुलकर रहा जाए…प्यार-मोहब्बत से रहा जाए। मौलाना इफानउल्ला खां, इमाम, जामा मस्जिद
पुलिस-प्रशासन ने सूझबूझ से काम लिया। हम लोगों ने भी ये पैगाम दिया कि कानून को कोई हाथ में ले, उन्हें अपना काम करना दें। कुछ लोग नफरत फैलाना चाहते हैं, ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। मसरूर रजा कादरी, जिलाध्यक्ष, टीटीएस