अशोक का का कहना है कि मैं कुछ नहीं जानता
मेरी तो बहन है। मेरे मामा की बेटी है। मैं उसके साथ ऐसा क्यों करूंगा। मेरा सिर्फ फोन नंबर उसके खाते में लगा है क्योंकि मैं उसका भाई हूं। मुझे इस घोटाले की कोई जानकारी नहीं है। न ही मैं कभी फतेहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किसी को जानता हूं। आज
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यह है पूरा मामला राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत जननी सुरक्षा योजना और महिला नसबंदी की प्रोत्साहन राशि में फर्जीबाड़ा हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) फतेहाबाद में पिछले ढाई साल में एक महिला का 25 बार प्रसव और पांच बार नसबंदी की गई। महिला नगला कदम की थी। महिला ने अपना पक्ष स्वास्थ्य विभाग के सामने रख दिया। सीएमओ ने जांच शुरू करवा दी। विभाग को ऑडिट टीम की जांच में जिले के 18 सीएचसी, लेडी लायल महिला अस्पताल और एसएन मेडिकल कॉलेज में योजना के तहत किए गए 38.95 लाख का भुगतान संदिग्ध मिला है। सीएमओ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर अशोक सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अब सुनिए अशोक का क्या है कहना कृष्णा कुमारी मेरे मामा की बेटी है। उसने खाता खोला था। उसमें मेरा नंबर डाला गया। बस मेरा यही रोल है। जहां तक बात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बात है तो मैं आज तक वहां नहीं गया हूं। मैं वहां दवाई तक तो लेने गया नहीं हूं, तो घोटाला कहां से करूंगा। बातचीत में अशोक ने बताया कि वो महिला समूह चलाता है। उसी के अंतर्गत गांव की औरतें जुड़ती हैं। यहां कपड़े बनाना सिखाते हैं, बाहर से महिलाएं आती हैं। गांव की महिलाएं सीखने आती हैं। बाद में महिलाओं को पैसे, खाना और सर्टिफिकेट मिलता है। मेरे पास दर्जनों फोटो हैं। मैं इसमें शामिल नहीं हूं। मैं किसान हूं।
अशोक को कहते हैं सेक्रेटरी नगला कदम में रहने वालों ने बताया कि अशोक को सब सेक्रेटरी कहते हैं, क्योंकि वो सरकारी योजनाएं लेकर आता है। खाते खुलवाता है। पैसे दिलवाता है। सभी के खातों की पासबुक अशोक के पास है। अशोक ही अंगूठे लगवाकर पूरा हिसाब-किताब रखता है।
अशोक को भेजा गया जेल
पुलिस अशोक को गिरफ्तार कर चुकी है। अशोक सहित तीन लोगों को जेल भेजा जा चुका है। अभी फिलहाल पुलिस को डाटा एंट्री ऑपरेटर की तलाश है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की जांच लगातार चल रही है।