नवादा सर्किट हाउस में एनडीए नेताओं की प्रेस वार्ता में जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जातिगत जनगणना की नींव रखने वाले प्रमुख नेताओं में से एक हैं।
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नीरज कुमार ने बताया कि नीतीश कुमार ने 1990 में केंद्रीय कृषि मंत्री रहते हुए जातिगत जनगणना की मांग की थी। उस समय पूरा देश इस मुद्दे पर मौन था। 1994 में भाजपा नेता बंगारू दत्तात्रेय ने भी लोकसभा में यह मांग उठाई थी।
चारा घोटाले के बाद बदला एजेंडा
जदयू प्रवक्ता ने लालू यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लालू राज्य और केंद्र में सत्ता में थे। चारा घोटाला सामने आने के बाद उनका एजेंडा बदल गया। नीरज कुमार ने लालू-तेजस्वी को संपत्ति गणना वाले बताया। उन्होंने कहा कि दोनों नेता इसलिए डरे हुए हैं क्योंकि जनगणना से बिहार के अलावा अन्य राज्यों में भी उनकी संपत्ति का पता चल जाएगा।
यह प्रेस वार्ता प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे के दौरान जातिगत जनगणना की घोषणा के बाद की गई। इस मौके पर भाजपा विधायक अरुणा देवी समेत एनडीए के सभी जिला अध्यक्ष मौजूद थे।