बुड्ढा दरिया में कार सेवा करते संत सीचेवाल
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल के नेतृत्व में बुड्ढे दरिया की कारसेवा का दूसरा चरण शुरू किया गया है। संत सीचेवाल ने लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर, नगर निगम और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से फोन पर बात कर दरिया में आ रहे जहरीले पानी
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उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कारसेवा के दूसरे चरण में बुड्ढा दरिया में गंदे और जहरीले पानी को रोकने के लिए मोर्चा खोल दिया गया है। बता दें कि 2 फरवरी से शुरू हुई बुड्ढे दरिया की कारसेवा के पहले चरण के दौरान इसके किनारों पर बड़ी संख्या में पौधे लगाए गए थे और दरिया तक पहुंचने के लिए सड़कों का निर्माण किया गया था।
कार सेवा से पहले श्री अखंड साहिब पाठ
लुधियाना के गऊघाट पर गुरु ग्रंथ साहिब जी का ओट आसरा लेकर बुड्ढे दरिया की कारसेवा से पहले श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ किया गया। जिसका भोग 24 दिसंबर को पड़ेगा। इस दौरान संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बुड्ढे दरिया में गिर रहे गंदे पानी का जायजा लिया और इसी तरह डेयरियों और फैक्ट्रियों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष गंदे और जहरीले पानी का भी मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि बुड्ढे दरिया को बूढ़ा नाला कहकर हम दरिया के अस्तित्व को ही नकार रहे हैं। उन्होंने पर्यावरणविदों से दरिया के प्राचीन स्वरूप को बहाल करने के लिए एकजुट होकर आगे आने की अपील की।
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब के लोगों को निमंत्रण दिया कि बुड्ढे दरिया की प्राचीन विरासत को बहाल करना हर पंजाबी का नैतिक कर्तव्य और धर्म है। उन्होंने कहा कि युवाओं में अपार शक्ति है और उन्हें इस काम के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 25 वर्षों के दौरान श्री गुरु नानक देव जी के चरण स्पर्श पवित्र काली वेई की कार सेवा भी संगत के सहयोग से शुरू की गई थी। अब इसका पानी इतना साफ हो गया है कि अब यह पीने लायक है। हाल के दिनों में काली वेई का टीडीएस 118 के आसपास आ रहा है।
दूसरे चरण की कार सेवा का शुभारंभ करते संत सीचेवाल
मालवा और राजस्थान जाता है पानी
संत सीचेवाल ने कहा कि 2008 और 2011 में दो बार लोगों के सहयोग से काला संघियां ड्रेन के जहरीले और गंदे पानी को रोका गया। क्योंकि ये जहरीला पानी कैंसर का मुख्य स्रोत बनता जा रहा है। यह पानी चिट्टी वेई से होते हुए सतलुज में गिरता है और फिर हरिके पत्तन से होता हुआ मालवा और राजस्थान में चला जाता है। जहां लोग बिना ट्रीटमेंट के इस जहरीले पानी को पीने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार चिट्टी वेई में भी प्रदूषण को खत्म करने के लिए सिंबली गांव से वेई में नहरी पानी छोड़ने के लिए 1 करोड़ 19 लाख का रेगुलेटर बनाया गया है और भविष्य में इस रेगुलेटर के चालू होने से 200 क्यूसेक चिट्टी वेई को पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी जिससे प्रदूषण की मात्रा कम होगी लेकिन इसमें फैक्ट्रियों और डेयरियों का गंदा पानी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है उन्होंने कहा कि वे पिछले 25 वर्षों से पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
लोगों का जागरुक होना जरुरी : सीचेवाल
संत सीचेवाल ने कहा कि वे पानी को लेकर संघर्ष भीड़ के रूप में नहीं बल्कि सामूहिक रूप में करते आ रहे हैं। संत सीचेवाल ने इस बात पर भी खुशी जताई कि पिछले दिनों बुड्ढा दरिया में आ रहे जहरीले और गंदे पानी के खिलाफ लोग अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरे थे। उन्होंने कहा कि वह हमेशा हर मंच से कहते रहे हैं कि जब तक लोगों में जागरूकता नहीं आएगी तब तक पंजाब के नदी-नाले साफ नहीं हो सकते।