यही फर्जी दरोगा है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
बरेली में एक ऐसा शातिर ठग गिरफ्तार हुआ है जो खुद को यूपी पुलिस का सब-इंस्पेक्टर बताकर लोगों से ठगी कर रहा था। आरोपी, जिसका नाम जितेन्द्र सिंह खैरा है, लोगों को जर्मनी भेजने का झांसा देता था और इस बहाने लाखों रुपये वसूलता था। उसके पास से फर्जी पुलिस I
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यही फर्जी दरोगा है।
मुखबिर की सूचना पर फरीदपुर से पकड़ा गया आरोपी
फरीदपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि एक युवक खुद को पुलिस अफसर बताकर इलाके में घूम रहा है। SSP के निर्देश पर एक्शन लेते हुए पुलिस टीम ने उसे दबोचा। आरोपी की पहचान जितेन्द्र सिंह खैरा के रूप में हुई, जो भगवानपुर फुलवा गांव का रहने वाला है। उसके पास से दरोगा का फर्जी ID कार्ड, एक नेम प्लेट और महिंद्रा XUV 500 बरामद हुई है। कार पर पुलिस की फ्लैशर लाइट और हूटर लगे हुए थे।
शिकायतकर्ता ने खोला ठगी का राज
दलवीर सिंह नाम के शख्स ने 26 मई को शिकायत की थी कि जुलाई 2024 में आरोपी जितेन्द्र ने जर्मनी भेजने के नाम पर उससे और कुछ और लोगों से 15-20 लाख रुपये ले लिए। उसने पासपोर्ट व अन्य जरूरी दस्तावेज भी अपने पास रख लिए और अब ना पैसे लौटा रहा है, ना ही डॉक्युमेंट्स। जब दलवीर ने सवाल उठाए तो आरोपी ने खुद को सब-इंस्पेक्टर बताया और धमकाने लगा।
पुलिस की वर्दी, फोटो और SUV से झाड़ता था रोब
जितेन्द्र खुद की फोटो वर्दी में दिखाकर लोगों को यकीन दिलाता था कि वह पुलिस में है। उसके पास फर्जी ID, पुलिस कैप और SUV गाड़ी थी, जिस पर पुलिस की फ्लैशर लाइट और हूटर लगे थे। पूछताछ में उसने कबूला कि टोल टैक्स बचाने और लोगों को इम्प्रेस करने के लिए वह ये सब करता था। उसने पुलिस को बताया कि इस तरीके से उसने कई बार टोल फ्री में पार किया और लोगों से पैसे वसूले।
आरोपी पर कई धाराओं में केस दर्ज
पुलिस ने जितेन्द्र के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस ने 318(4), 316(2), 351(2), 351(3), 336(3) और 340(2) BNS के तहत फरीदपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया हैं। SSP के निर्देश पर अब यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपी ने किन-किन लोगों को ठगा है और क्या इसमें कोई नेटवर्क भी शामिल है।