गंभीर हालत में बच्चे को ग्वालियर रेफर किया गया है।
श्योपुर के बड़ा इमामबाड़ा में 2 साल का इरशाद बुधवार दोपहर दो बजे घर में रखे गर्म पानी के बर्तन से टकरा गया। इससे वह 70 प्रतिशत तक जल गया।
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बच्चे को परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर्स ने बच्चे की स्थिति को देखते हुए उसे ग्वालियर रेफर करने का निर्णय लिया।
बच्चे के ताऊ और विधायक प्रतिनिधि शहजाद ने डॉक्टर्स से प्राथमिक इलाज की विनती की। इसके बाद डॉक्टर्स ने इलाज तो किया, लेकिन रेफर करने की प्रक्रिया में देरी की। परिजन ने आईसीयू में एसी चालू करने को कहा। अस्पताल स्टाफ ने रिमोट न होने का बहाना बनाया।
विधायक प्रतिनिधि बोले– जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं खराब
विधायक प्रतिनिधि के हस्तक्षेप के बाद ही एसी चालू किया गया। शहजाद खान ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाएं बेहद खराब हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को विधायक बाबू जंडेल के माध्यम से विधानसभा में उठाया जाएगा।
बच्चे के इलाज में बरती गई लापरवाही
परिजन का आरोप है कि ग्वालियर रेफर करने से पहले अस्पताल प्रबंधन ने इलाज में लापरवाही बरती। एंबुलेंस के इंतजार के दौरान भी स्टाफ ने एसी चालू करने में टालमटोल की।
सिविल सर्जन बोले- मुझे जानकारी नहीं
वहीं जिला अस्पताल सिविल सर्जन डॉ. आरबी गोयल ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। यदि ऐसा है तो मामले को दिखवाया जाएगा।