स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ. सीके शाही ने सिविल सर्जन समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सदर अस्पताल में बैठक की।
श्रावणी मेले की तैयारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ. सीके शाही शनिवार को देवघर पहुंचे। यहां सिविल सर्जन समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सदर अस्पताल में बैठक की। मेले को लेकर की जा रही तैयारियों से निदेशक प्रमुख अवगत हुए। बैठक के
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उन्होंने कहा- बेड, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, मोनिटर समेत इलाज संबंधी उपकरणों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही ऑक्सीजन प्लांट को भी ठीक कराने को कहा गया है। इसके लिए फंड जारी कर दिया गया है, ताकि मेले में इसका उपयोग किया जा सके।
निदेशक प्रमुख ने कहा कि मेले में खुलने वाले सारे चिकित्सा शिविर में प्राथमिक उपचार के व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। इसके लिए शिविर में जरूरी उपकरण जैसे बीपी इंस्ट्रूमेंट, ग्लूको मीटर, डिजिटल थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, स्टेथोस्कोप आदि उपलब्ध रहेगा। साथ ही एंबुलेंस भी रहेगा, ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज को अस्पताल भेजा जा सके। मेले में ई-रिक्शा को एंबुलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि वह रास्ते में जगह कम लें और मेला क्षेत्र में प्रदूषण भी नहीं फैले।
529 पारा कर्मी की होगी तैनाती
इस बार मेले में 32 अस्थायी स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। इसमें पुराना सदर अस्पताल में 50 बेड का अस्पताल बनाया गया है। वहीं, 10 बेड का शिविर दुम्मा, बीएड कॉलेज, कुमैठा व नेहरू पार्क में बनाया जाएगा। 32 स्वास्थ्य शिविरों में मेला क्षेत्र में 15 प्राथमिक उपचार केंद्र शिविर संचालित किया जाएगा। मेला क्षेत्र के लिए तीन डायरिया रिस्पांस टीमें गठित की गई है। तीन दुर्घटना राहत चिकित्सा दल भी बनाया गया है।
ब्लीचिंग पाउडर और चूना छिड़काव के लिए दो दल गठित की गई है, ताकि मेला क्षेत्र को स्वच्छ बनाया जा सके। मिलावटी खाद्य सामग्रियों की रोकथाम के लिए पांच खाद्य निरीक्षक दल की तैनाती मेला क्षेत्र में की जाएगी। दवाओं की जांच के लिए दो औषधि निरीक्षक रहेंगे। इसके अलावा 21 स्थान पर शून्य से पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी जायेगी।
रूटलाइन में 10 बाइक, टोटो एंबुलेंस की सुविधा भी दी जाएगी। मेला क्षेत्र में कुल 41 एंबुलेंस को लगाया गया है। इसके अलावा माहवारी निषेध छिड़काव दल को भी तैयार किया गया है। मेला में 218 चिकित्सकों की जरूरत है, जिसमें 190 चिकित्सकों की मांग विभाग से की गई है। इसमें देवघर जिले के भी 30 चिकित्सक होंगे। इस प्रकार स्वास्थ्य कर्मचारी 529 की जरूरत है, जिसमें 210 पारामेडिकल कर्मी देवघर जिले के हैं और 319 पारामेडिकल कर्मियों की मांग की गई है।