बहनों ने बताया था कि घटना स्कूल से पहले सुनसान इलाके में हुई।
खंडवा में दो बच्चियों ने स्कूल जाने से बचने के लिए खुद की झूठी अपहरण की कहानी रची। पदम नगर की रहने वाली दूसरी और 7वीं क्लास की दो बहने गुरुवार सुबह स्कूल के लिए निकली थी। थोड़ी देर बाद दोनों बहनों ने घर आकर पेरेंट्स को बताया कि दो बाइक सवार लोगों ने
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बच्चियों ने पेरेंट्स से कहा कि दो बाइक सवार बदमाश आए थे। हमें बोरे में भरकर ले जा रहे थे, लेकिन हम दोनों बहनों ने साहस दिखाया और बदमाशों को पत्थर मारकर भगा दिया।
पुलिस को भी झूठी कहानी बताई
पेरेंट्स ने इस मामले के बारे पुलिस को जानकारी दी। दो बच्चियों ने पुलिस को भी यही कहानी बताई। जिसपर पुलिस को भी भरोसा हो गया। जांच में जुटी पुलिस ने लगातार बच्चियों से पूछताछ की, वह बार-बार यहीं कहने लगी कि उनका अपहरण करने की कोशिश की गई। पुलिस ने बताए गए घटनास्थल सहित अन्य सीसीटीवी फुटेज खंगाले, इनमें सिर्फ बच्चियों का ही मूवमेंट देखा गया।
बच्चियों ने बाल कल्याण समिति को सच बताया
जिसके बाद पुलिस ने काउंसिलिंग के लिए बाल कल्याण समिति की मदद ली। उन्होंने बच्चियों से सख्ती से पूछाताछी की वह दो बहनों ने सच बता दिया। उन्होंने बताया कि हमने स्कूल न जाने के लिए पेरेंट्स को अपहरण की कहानी बताई। चार दिन से स्कूल नहीं गई थी। टीचर डांटते है, इस डर से रास्ते से वापस घर जाने का फैसला किया। जिसके लिए परिवार वालों से झूठ बोला। हम क्या करें, उन्होंने पुलिस बुला ली।
सीएसपी बोले- 8 घंटे तक पुलिस को मशक्कत करना पड़ी
सीएसपी अभिनव बारंगे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि थाना पदमनगर क्षेत्र में दो बच्चियों के अपहरण के प्रयास की सूचना मिली थी। दो बहनें थी, जो पदमनगर के सरकारी स्कूल में पढ़ती थी। उन्हाेंने स्कूल से महज 70 मीटर पहले अपहरण का प्रयास होना बताया। पुलिस ने करीब 8 घंटे तक मशक्कत की, जिसके बाद खुलासा हो पाया।