अरेरा कॉलोनी और शाहपुरा से लेकर जहांगीराबाद, चांदबड़ और सुल्तानिया रोड, एयरपोर्ट रोड सहित आसपास के अन्य इलाकों की 5 लाख से अधिक आबादी की बिजली से जुड़ी समस्याओं से निजात के लिए नई बिजली लाइन बिछाने और नए ट्रांसफार्मर लगाने के साथ मौजूदा ट्रांसफार्मर
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700 से ज्यादा नए ट्रांसफार्मर लग चुके हैं और 570 की क्षमता बढ़ाई जा चुकी है। अब तक केंद्र सरकार की रिवेंप्ड रिफॉर्म्स डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरआरडीएस ) से यह काम चल रहे हैं। इसके साथ एक नई योजना न्यू डेवलपमेंट स्कीम भी आ गई है।
बिजली कंपनी के अफसरों के अनुसार शहर का दायरा बढ़ रहा है। इसी अनुपात में शहर की आबादी भी बढ़ रही है। इसको देखते हुए बिजली का इंफ्रास्ट्रक्चर भी बदला जा रहा है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि भोपाल में केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत करीब 300 करोड के वर्क आर्डर जारी किए जा चुके हैं। एनडी योजना में जुड़े ट्रांसफार्मर क्षमता वृद्धि के 59 वर्क आर्डर जारी हो चुके।
ये काम भी हो रहे, फॉल्ट होने की दिक्कत दूर होगी
- 33 केवी क्षमता की बिजली लाइन को इंटरकनेक्ट किया जा रहा है।
- 33 केवी लाइन को अलग अलग करके लंबे फीडर छोटे किए जा रहे हैं।
- अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं।
- घरों तक बिजली पहुंचाने वाले वितरण ट्रांसफार्मर और सब स्टेशन में लगे बड़े ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की जा रही है।
इससे ये फायदे होंगे
- वोल्टेज कम या ज्यादा होने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
- बिजली की क्वालिटी सुधरने से अचानक कुछ देर के लिए बिजली गुल होने (ट्रिपिंग ) की समस्या खत्म होगी।
- बिजली चोरी पर नकेल कसी जा सकेगी।
- फीडर्स की लंबाई कम होने से फॉल्ट होने की दिक्कत दूर होगी।
एक लाख से ज्यादा स्मार्ट मीटर भी लगे: इसी योजना के शहर में अब तक 1 लाख से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा स्मार्ट मीटर कोलार चांदबड़ करोंद भानपुर और उनसे सटे इलाकों में किया गया है।