नालंदा जिले के बिंद थाना क्षेत्र में पुलिस ने तीन घंटे में 2 अपहृत व्यक्तियों को सकुशल मुक्त करा लिया। 5 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है। अपहरण में प्रयुक्त स्कॉर्पियो भी जब्त किया है।
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बिंद थाना क्षेत्र के अमावां गांव से शनिवार की रात 2 व्यक्तियों के अपहरण की सूचना मिलने के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अस्थावां थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल के पास से सभी आरोपियों को पकड़ लिया।
थानाध्यक्ष सिंह ने बताया कि अमावां गांव निवासी सोनू कुमार की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, कुछ अज्ञात लोगों ने उनके पिता ललन यादव और चाचा सुरेंद्र यादव का अपहरण कर लिया था। हमने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी अपराधियों को पकड़ लिया।
इसी स्कॉर्पियो से अपहरण हुआ था।
जान से मारने का था इरादा
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि अपहरणकर्ताओं का इरादा जान से मारने का था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा थाना के चंदनपुर गांव निवासी अमरजीत कुमार (उमेश यादव का बेटा), समशेर यादव और चालसी कुमार (धनुकी यादव का बेटा) के रूप में हुई है। इसके अलावा, लखीसराय थाना के रोहित कुमार (नूनूलाल यादव का बेटा) और नालंदा जिले के दीपनगर थाना के गोलापूर निवासी कुंदन कुमार (रामप्रीत प्रसाद का बेटा) भी शामिल है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अपहरण मामूली विवाद के लिए किया गया था। उदय यादव और संजय यादव के बीच शनिवार की शाम मामूली विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची थी। हालांकि दोनों में से कोई पक्ष थाना आने के लिए तैयार नहीं हुआ।
जिसके बाद उदय यादव का भगिना स्कॉर्पियो से कुछ लोगों को लेकर पहुंचा। ललन यादव एवं सुरेंद्र यादव को मारते पीटते हुए अपने साथ गाड़ी में बैठाकर लेकर फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस ने तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर आरोपियों को पकड़ा। जिन्हें न्यायालय को सुपुर्द कर दिया गया है।