मढ़ई में टाइगर के एक जिप्सी व दूसरी जिप्सी पीछे-पीछे चली। जिसमें बैठे सैलानियों ने वीडियो बनाया।
नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई में शनिवार को जंगल सफारी कर रहे टूरिस्ट की दो जिप्सी के बीच में एक मादा टाइगर आ गई। जिसे देख कुछ पल के लिए टूरिस्ट डर गए। फिर सभी सैलानियों ने इस रोमांचित करने वाले नजारे का आनंद लिया।
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टाइगर के आगे एक और पीछे दूसरी जिप्सी थी। आगे की जिप्सी में बैठे सैलानियों ने टाइगर का वीडियो बना लिया। करीब 100 मीटर तक टाइगर कच्ची सड़क पर राजशाही तरीके से चलते रहा। कुछ देर बाद टाइगर कच्ची सड़क से उतरकर जंगल में झाड़ियों की ओर चला गया।
कच्ची सड़क पर दिखा टाइगर
1 अक्टूबर से सैलानियों के लिए खोले गए एसटीआर के गेट
बता दें कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गेट 1 अक्टूबर से सैलानियों के लिए खोले गए हैं। बड़ी संख्या में सैलानी मढ़ई, चूरना में जंगल सफारी और सतपुड़ा की वादियों का दीदार करने पहुंच रहे हैं। सफारी के दौरान सैलानियों को टाइगर, हिरण, बाइसन, तेंदुआ समेत अन्य वन्यप्राणियों के दीदार हो रहे हैं। जंगल सफारी के दौरान ही पहली बार नन्हें शावकों के साथ बाघिन सैलानियों को नजर आई है।
तीन शावकों के साथ दिखी थी बाघिन
तीन नन्नें शावकों के साथ दिखी थी बाघिन
पिछले सप्ताह चूरना के मालनी के पास एक बाघिन तीनों शावक के साथ टहलते हुए नजर आई थी। इन शावकों का जन्म दो महीने पहले ही हुआ है। जो पहली बार पर्यटकों को जंगल सफारी के दौरान नजर आएं भोपाल और अन्य शहर से आए पर्यटकों ने छोटे-छोटे शावकों के साथ बाघिन का दीदार किया और रोमांचक नजारे को अपने कैमरे में कैद किया था।
STR में 65 से ज्यादा टाइगर
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ-बाघिन की संख्या 65 से ज्यादा है। 4 साल पहले की गणना के अनुसार 50 बाघ-बाघिन थे। पिछले साल जारी हुए नए आंकड़े के अनुसार बाघ-बाघिन की संख्या 62 पहुंच गई। इस बीच मछली और अन्य बाघिन ने शावकों को जन्म भी दिया है, जिससे इनकी संख्या 65 से ऊपर पहुंच चुकी है।