अंसल API को दिवालिया घोषित करने के नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल(एनसीएलटी) के फैसले के खिलाफ अंसल सुशांत गोल्फ सिटी के निवेशकों का एक समूह नेशनल कंपनी लॉ अपीलेंट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) में अपील करेगा। वही, LDA के पास बंधक रखी 413 एकड़ जमीन पर हुई रजिस्ट्
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लखनऊ विकास प्राधिकरण के पास अंसल की 413 एकड़ जमीन बंधक रखी थी। ऐसा इसलिए किया गया कि अगर कंपनी किसी कारण टाउनशिप के विकास कार्यों को पूरा नहीं करेगी तो एलडीए बंधक रखी जमीन बेचकर काम करवाएगा, लेकिन अंसल ने यह जमीन भी बेच दी। इसे लेकर एलडीए ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ एनसीएलटी के रिसीवर के सामने भी मामला दाखिल किया है। इसके अलावा एनसीएलटी के आदेश के खिलाफ अपील के चलते अब उन आवंटियों की रजिस्ट्री पर संकट आया गया है, जिनके प्लॉट बंधक जमीन में हैं। रोक के बावजूद अंसल दूसरे फेज के संशोधित ले-आउट पर तीन साल तक जमीन बेचता रहा। सूत्रों ने बताया कि उस वक्त वहां जमीन का भाव करीब 70 हजार रुपए प्रति वर्ग गज था और अंसल ने 50 हजार रुपए प्रति वर्ग गज के हिसाब से जमीन बेच डाली।