आजमगढ़ में आग से 31 झोपड़िया खाक।
आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र में भीषण आग लगने का मामला सामने आया है। इस आग लगने से एक दर्जन से अधिक बकरियों की जलकर मौत हो गई। जबकि 31 से अधिक झोपड़ियां भी जलकर पूरी तरह से राख हो गई और इन झोपड़ियों में रखा हुआ सारा सामान गृहस्थी का जलकर नष्ट
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आसपास के लोग आग बुझाने के प्रयास में जुट गए। इसमें चार लोग झुलस भी गए हैं। मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने इस मामले की सूचना फायर ब्रिगेड को दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है। आग की चपेट में गृहस्थी का सामान, कपड़े, पशुशाला और अनाज सब नष्ट हो गया।
आग में राख हुए गरीबों के आशियाने
आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र में अजगरा मगरवी में 21 मड़हे जले। पीड़ितों में राजबहादुर, कैलाश, रुदल, राम सिंगार (4 मड़हे, 1 भैंस, 6 बकरियां), छट्ठू, राजेश, मुनरिका, इस्रावती, रमन, झमन, मिथुन, सोमनाथ (3 मड़हे, 1 बकरी), रमेश, मनोज, जीवन, सुरेश, अर्जुन, नितेश, धर्मवीर और गोविंद शामिल हैं। अचल नगर में 11 मड़हे जले।
जिसमें उमेश, उमाशंकर, कुमार, राजू, मुकेश, हरकेश, सुभावती, कौशल्या, सोमनाथ, त्रिवेणी और रामधारी के मड़हे और सामान नष्ट हुए। आग बुझाने के दौरान राहुल (20), हरेंद्र (22), श्रवण (30) और आकाश (24) झुलस गए। आग से हाहाकार मच गया। ग्रामीण बाल्टियों और अन्य साधनों से आग बुझाने दौड़े, लेकिन तब तक सब कुछ जल चुका था। पीड़ितों का कहना है कि उनके पास पहनने के कपड़ों के सिवा कुछ नहीं बचा।
आग लगने का कारण अज्ञात है। फायर सर्विस की गाड़ी पहुंची, लेकिन देरी के कारण ज्यादा मदद न हो सकी। ग्रामीणों और फायर कर्मियों ने मिलकर आग पर काबू पाया। अजगरा मगरवी के ग्राम प्रधान शिवकुमार यादव ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को 2000 रुपये नगद, 20 किलो गेहूं और 20 किलो चावल कोटेदार के माध्यम से वितरित किया।
तहसीलदार सगड़ी विवेकानंद दुबे ने बताया कि 26-27 मड़हे जले हैं। लेखपाल और कानूनगो को जांच के लिए लगाया गया है, और पीड़ितों को यथासंभव मदद दी जाएगी। कोटेदारों को राशन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।