लखनऊ में चल रहे ऊर्जा एक्सपो के दूसरे दिन खूब हलचल रही। सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और स्मार्ट खेती जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। पीएचडीसीसीआई और फर्स्टव्यू द्वारा यूपीनेडा और यूपी सरकार के सहयोग से आयोजित इस एक्सपो में 150 से ज्यादा कंपनियों ने अपने
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खेती में सौर ऊर्जा से बढ़ेगी कमाई
पीएम-कुसुम योजना के तहत खेती में सोलर पैनल लगाने की बात पर जोर दिया गया। खरे एनर्जी के एमडी मनीष खरे ने कहा कि किसानों को जमीन किराए पर देने की प्रक्रिया आसान होनी चाहिए ताकि वो कृषि-वोल्टाइक खेती से जुड़ सकें। वहीं NSEFI के प्रसून आनंद ने छोटे किसानों के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का सुझाव दिया।
ई-ट्रक और ई-बसों के लिए चाहिए बड़े चार्जिंग स्टेशन
ट्रांसपोर्ट क्षेत्र में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए बुनियादी ढांचे की जरूरत पर चर्चा हुई। केईआई इंडस्ट्रीज के अभिमन्यु वली ने सरकार से मांग की कि हाईवे पर 1000 मेगावाट की फास्ट चार्जिंग फैसिलिटी बनाई जाए जिससे ट्रक सिर्फ 15-20 मिनट में चार्ज हो सकें। इससे लॉजिस्टिक्स का सिस्टम ही बदल जाएगा।
उत्तर प्रदेश बना निवेशकों की पहली पसंद
पूर्व आईएएस और यूपीईआरसी के चेयरमैन अरविंद कुमार ने बताया कि यूपी की नीतियों के चलते पिछले साल 6 लाख करोड़ का निवेश आया। उन्होंने सौर उत्पादकों को यूपी में निवेश करने का न्योता दिया। पीएचडीसीसीआई के क्षेत्रीय निदेशक अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि ये एक्सपो सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि नए विचारों और साझेदारियों का मंच है। फर्स्टव्यू के सीईओ वरुण गुलाटी ने कहा कि हरित ऊर्जा की दिशा में यह आयोजन मील का पत्थर साबित हो
रहा है।