दीपक 11 दिसंबर की सुबह घर से निकला, लेकिन फिर कभी वापस नहीं आया। (फाइल)
बोकारो जिले के पेटरवार थाना क्षेत्र के पतकी पंचायत स्थित बगजोबरा गांव में सोमवार को चार महीनों से लापता युवक दीपक कुमार (20) का कंकाल मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। परिजनों ने कपड़े और मौली धागे के आधार पर उसकी पहचान की, जिससे यह दर्दनाक घटना
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हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के अचल जामुन गांव निवासी गुंजन रजवार का पुत्र दीपक कुमार पिछले दो वर्षों से अपने ननिहाल बगजोबरा में रहकर पढ़ाई कर रहा था। 11 दिसंबर की सुबह वह घर से निकला, लेकिन फिर कभी वापस नहीं आया। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
परिजनों ने मंत्री से लगाई थी गुहार आखिरकार, परिजनों ने पेटरवार थाना में शिकायत दर्ज कराई और झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद से भी गुहार लगाई। मंत्री ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए, लेकिन महीनों तक युवक का कोई अता-पता नहीं चला। चार महीने बाद, ग्रामीणों को बगजोबरा के जंगल में एक कंकाल मिला। जब वहां बिखरे कपड़े और मोली धागा देखा गया, तो संदेह हुआ। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने कपड़ों और धागे के आधार पर उसकी पहचान की।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कंकाल को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। परिजनों और ग्रामीणों की मांग है कि इस मामले की विस्तृत जांच हो और सच सामने लाया जाए।