बड़वानी जिला अस्पताल में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नाक, कान और गला रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुपम बत्रा पर गरीब मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है।
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धार जिले के लिंगवा निवासी शोभाराम किराड़े 9 अप्रैल को चेहरे की टूटी हड्डी का इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंचे। डॉ. बत्रा ने उन्हें यह कहकर प्राइवेट अस्पताल आशाग्राम भेज दिया कि यहां उनका इलाज ठीक से नहीं होगा।
आशाग्राम में इलाज के दौरान मरीज के दांतों में तार लगाकर मुंह सील कर दिया। इससे वह पानी तक नहीं पी पा रहा। जब वह दोबारा चेहरे के डॉक्टर को दिखाने गए तो उन्होंने बताया कि इलाज सही नहीं हुआ है और अगर तुरंत मुंह नहीं खोला गया तो जान का खतरा हो सकता है। पीड़ित ने थाने में शिकायती आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।
जयस के पदाधिकारी संदीप नरगांवे ने कहा कि वे जिला प्रशासन को इस मामले से अवगत कराएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ डॉक्टर गरीब मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में भेजकर उनका आर्थिक शोषण कर रहे हैं।
जयस ने चेतावनी दी है कि अगर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। संगठन के पदाधिकारियों ने डॉ. बत्रा से इस मामले में चर्चा भी की है।