हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में वकीलों की हड़ताल जारी है। इससे कोर्ट का कामकाज पूरी तरह रुक गया है। बुधवार को धर्मशाला बार एसोसिएशन के सदस्यों ने विरोध में विधेयक की प्रतियां जलाई हैं।
.
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण शर्मा ने कहा कि यह विधेयक वकीलों की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। विधेयक में हड़ताल के अधिकार पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह न केवल वकीलों बल्कि आम जनता के हितों के भी खिलाफ है।
विधेयक के खिलाफ हड़ताल करते वकील
वकील विरोधी बताया संशोधन
हिमाचल प्रदेश की बार एसोसिएशनों ने वकील अधिनियम-1961 में प्रस्तावित संशोधनों को वकील विरोधी बताया है। उनका कहना है कि इस विधेयक के प्रावधान वकीलों के मौलिक अधिकारों को प्रभावित करेंगे। इससे न्याय प्रक्रिया कमजोर होगी।
विधेयक वापस लेने की मांग
वकीलों ने केंद्र सरकार से विधेयक वापस लेने की मांग की है। उनका कहना है कि वे कोर्ट में जनता की आवाज उठाते हैं। यह हड़ताल हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों में भी फैल सकती है। वकीलों ने सरकार से विधेयक पर पुनर्विचार करने की अपील की है।