मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने और चिकित्सा शिक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से पी.जी.आई. में 35 नई सुपर स्पेशियलिटी सीटें बढ़ाने को मंजूरी मिल गई है। यह सीटें 5 विभागों में बढ़ाई जा रही हैं, जिससे सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार ह
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प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा
पी.जी.आई. द्वारा डी.एम. और एम.सी.एच. सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव अब वित्त मंत्रालय को भेजा गया है। इस फैसले का उद्देश्य एडवांस मेडिकल ट्रेनिंग को बढ़ावा देना और विशेषज्ञ डॉक्टरों की बढ़ती मांग को पूरा करना है। इन सीटों को सीनियर रेजिडेंट (अकादमिक) श्रेणी में शामिल किया गया है ताकि क्लीनिकल प्रशिक्षण और रिसर्च को बढ़ावा दिया जा सके।
मरीजों और संस्थान दोनों को होगा लाभ
नई सीटों के बढ़ने से पी.जी.आई. में सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं की उपलब्धता में सुधार होगा। इससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी और गंभीर बीमारियों के इलाज की पहुंच आसान होगी। पी.जी.आई. प्रशासन का कहना है कि इस फैसले से न केवल शिक्षा क्षेत्र को मजबूती मिलेगी बल्कि मरीजों को भी उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी।
सैटेलाइट सेंटर की फैकल्टी को मंजूरी
डी.एम. और एम.सी.एच. की सीटें बढ़ाने के साथ ही पी.जी.आई. में रेगुलर फैकल्टी और नॉन-फैकल्टी पदों को भी मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, सैटेलाइट सेंटर फिरोजपुर और ऊना के लिए भी फैकल्टी की नियुक्ति की स्वीकृति मिली है। इससे डॉक्टरों की कमी पूरी होने के साथ ही मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। इन पदों में फैकल्टी, नर्सिंग, पैरा-मेडिकल स्टाफ, एच.ए., सिक्योरिटी स्टाफ समेत अन्य पद शामिल किए गए हैं।