ग्वालियर में शराब के लिए रुपए नहीं देने पर कातिलाना हमला कर फरार हुए शातिर आरोपी को पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार किया है। आरोपी दो महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था। पुलिस को मंगलवार रात उसके थाटीपुर डिस्पेंसरी के पास देखे जाने की सूचना मिली थी।
.
जिस पर घेराबंदी कर पुलिस ने आरोपी को पकड़ा है। इस मामले में उसके तीन साथी पूर्व में पकड़े जा चुके हैं और यह आखिरी आरोपी था जो पुलिस को चकमा दे रहा था। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
थाटीपुर थाना प्रभारी कमल किशोर पाराशर ने बताया-
सूचना मिली थी कि 2 माह से पुलिस को चकमा दे रहा हत्या के प्रयास का आरोपी डिस्पेंसरी के पास देखा गया है। सूचना मिलते ही एसआई हितेश शर्मा, प्रधान आरक्षक बेताल यादव, दुर्गेश, संतोष राजावत, रूप सिंह को आरोपी को पकड़ने के लिए पहुंचाया। जब पुलिस टीम डिस्पेंसरी के पास पहुंची तो एक युवक संदिग्ध दिखाई दिया
थाटीपुर थाना प्रभारी ने बताया- युवक की नजर जैसे ही पुलिसकर्मियों पर गई, वह वापस मुड़कर जाने लगा। पुलिस जवानों ने कुछ दूर तक उसका पीछा किया और दबोच लिया। पकड़े गए संदेही से पूछताछ की तो पता चला कि वह हत्या के प्रयास के मामले में फरार प्रदीप मौर्य उर्फ सोनू पुत्र जगदीश मौर्य निवासी सुरेश नगर है। इसका पता चलते ही पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया और उससे पूछताछ करना शुरू कर दी।
अभी तक यह पकड़े जा चुके हैं पुलिस ने बताया कि इससे पहले मुख्य आरोपी राजा उर्फ महाकाल के साथ ही उसके छोटे भाई धनंजय उर्फ छोटू सखवार, अजय सखवार और सोनू प्रजापति को पूर्व में पकड़ा जा चुका है, जबकि सोनू उर्फ प्रदीप पुलिस के हाथ नहीं आया था। आरोपी के पकड़े जाते ही अब इस मामले में सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं।
ऐसे समझिए पूरा मामला 4 दिसंबर 2024 को सिद्धेश्वर नगर निवासी कालू उर्फ हैवी कुशवाह और उसका भाई निखिल कुशवाह को सिटी सेंटर जाते समय महाकाल, छोटू, अजय सखवार और सोनू प्रजापति ने रोका था और उससे शराब के लिए पैसे मांगे, पैसे नहीं देने पर बंधक बनाकर मारपीट की। मामले का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी कालू को गोली मारकर फरार हो गए थे।
सीएसपी मुरार राजीव जंगले ने कहा-
हत्या के प्रयास के मामले में फरार आरोपी को थाटीपुर थाना पुलिस ने पकड़ा है। पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की जा रही है।