नगर निगम में बजट बैठक में मौजूद मेयर डॉ. उमेश गौतम
बरेली नगर निगम ने 833 करोड़ रुपये के ऐतिहासिक बजट को मंजूरी दे दी है। इस बजट से शहर के हर वार्ड को स्मार्ट बनाया जाएगा, बदहाल सड़कों की मरम्मत होगी, और मलिन बस्तियों में विकास कार्य तेज़ होंगे। नगर निगम ने 625 करोड़ रुपये केवल विकास कार्यों पर खर्च क
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नगर निगम में बजट बैठक में मौजूद मेयर और नगर आयुक्त
बुनियादी सुविधाओं पर रहेगा फोकस
इस बजट में बदहाल सड़कों, जलभराव, सफाई व्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी गई है। नगर निगम ने इस वर्ष 625 करोड़ रुपये केवल विकास कार्यों पर खर्च करने का निर्णय लिया है। खासतौर पर सड़कों और नालियों के निर्माण, मरम्मत और सफाई के लिए बड़ी राशि आवंटित की गई है।
नगर निगम में बजट बैठक में मौजूद मेयर और नगर आयुक्त
पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ा बजट
पिछले वित्तीय वर्ष में 701 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया था, जिसे इस बार बढ़ाकर 833 करोड़ रुपये कर दिया गया है। यानी इस बार 100 करोड़ रुपये अधिक खर्च किए जाएंगे।
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान
शहर को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए इस बार ठोस कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है। 30 वार्डों में सफाई का ठेका दिया गया है, जिससे सफाई व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। इसके साथ ही, रात में सफाई अभियान को तेज किया जाएगा और मशीनों से सड़कों की सफाई के लिए अतिरिक्त बजट आवंटित किया गया है। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए नया फंड स्वीकृत किया गया है।
नगर निगम में बजट बैठक में मौजूद मेयर और नगर आयुक्त
इसके अलावा, नए ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए आउटसोर्सिंग योजना लागू की गई है, जिससे कचरा प्रबंधन की क्षमता को बढ़ाया जाएगा। शहर में हरियाली बढ़ाने और पार्कों के रखरखाव के लिए बजट को 1 करोड़ से बढ़ाकर 2 करोड़ रुपये कर दिया गया है। यह कदम शहर को हरा-भरा बनाने और नागरिकों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।
राजस्व बढ़ाने के लिए कड़े कदम
नगर निगम ने कर वसूली को मजबूत करने के लिए 70 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा है। अभी तक 51 करोड़ रुपये वसूले जा चुके हैं, लेकिन इसे 100 प्रतिशत तक पहुंचाने के लिए नए उपाय किए जाएंगे।
नगर निगम में बजट बैठक में मौजूद मेयर डॉ. उमेश गौतम
आय के स्रोत
शहर के विकास और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए नगर निगम विभिन्न स्रोतों से राजस्व प्राप्त करेगा। प्रमुख आय के स्रोतों में गृहकर से 70 करोड़ रुपये, जलकर से 38 करोड़ रुपये और सीवरकर से 15 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी। विज्ञापन से 5.50 करोड़ रुपये, वधशालाओं से शुल्क के रूप में 4.40 करोड़ रुपये और राज्य वित्त आयोग से 21 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, 15वें वित्त आयोग से 101 करोड़ रुपये और सीएम ग्रिड से 5 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त होगी।
प्रमुख खर्च के क्षेत्र
शहर की स्वच्छता, जनस्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में बजट आवंटित किया गया है। नाला सफाई के लिए 79.15 करोड़ रुपये, वेतन और पेंशन के लिए 75.81 करोड़ रुपये, तथा कूड़ा प्रबंधन के लिए 192 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जनस्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए 82.50 करोड़ रुपये, पार्क सुंदरीकरण के लिए 9.02 करोड़ रुपये, तथा निर्माण कार्यों के लिए 227.13 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। वहीं, स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 36.70 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।