दो दिन पहले ही राजस्थान के पादरली गांव से यहां आया था परिवार।
राजगढ़ जिले के भोजपुर थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना में 30 भेड़ों की जहरीले पानी से मौत हो गई। हादसा चीवड कला जंगल में हुआ, जहां राजस्थान के जालौर जिले से आए पशुपालक नगाराम की भेड़ें एक तालाब का पानी पीने और आसपास की घास खाने के बाद एक-एक करके गिर
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घटना 15 जनवरी शाम 6 बजे की है, जब नगाराम ने अपनी 60 भेड़ों में से कुछ को तालाब का पानी पिलाया। पानी पीने और तालाब किनारे की घास खाने के मात्र 30 मिनट के भीतर ही 30 भेड़ों ने दम तोड़ दिया। नगाराम अपने परिवार के साथ महज दो दिन पहले ही राजस्थान के पादरली गांव से यहां आया था।
मंगलवार को जंगल में जगह-जगह भेड़ों के शव बिखरे हुए मिले। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि तालाब का पानी या आसपास की घास में कोई जहरीला पदार्थ मौजूद था, जिसके सेवन से भेड़ों की मौत हुई।
पशु विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची इस घटना के बाद, पशु विभाग और पुलिस की टीम मंगलवार को मौके पर पहुंची। वहां 21 भेड़ों के शव मिले, जबकि कुछ शवों को कुत्तों ने खा लिया था। पशु विभाग के डॉक्टर एम.एस. शाक्या ने बताया कि भेड़ों की मौत की वजह संभावित रूप से जहरीले पदार्थ का सेवन हो सकती है। उन्होंने शवों का पोस्टमार्टम किया और बिसरा सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। डॉक्टर शाक्या ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।
सरकार से मुआवजे की गुहार पशुपालक नगाराम ने इस घटना के बाद सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि वह गरीब है और इस घटना में लगभग 3 लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। नगाराम ने अपनी भेड़ों के नुकसान के कारण आर्थिक संकट का सामना करने की बात कही और सरकार से शीघ्र मदद की उम्मीद जताई है।
पुलिस ने नगाराम की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद इस घटना के सभी पहलुओं की छानबीन की जाएगी, ताकि मृत भेड़ों की मौत के असल कारण का खुलासा किया जा सके