अपने आवेग और संवेग पर नियंत्रण रखो, जब कभी आप लौकिक जगत में कोई कार्य करते हो तो जिस व्यक्ति के अंदर सेल्फ कॉन्फीडेंस होता है वह हमेशा सफल होता है। उसी प्रकार आध्यात्मिक जगत है यदि आप अपना जीवनोत्थान करना चाहते हो तो आपके अंदर आत्म विश्वास एक आध्यात्
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मुनि प्रमाण सागर जी महाराज ने गुरुवार को संगम नगर में अपने प्रवचन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के जीवन में ये चार बातें आ गई वो हमेशा खुश रहेगा । ये हैं आत्म संयम, आत्म संतोष, आत्मविश्वास और सेल्फ डिसिप्लिन।
मुनिश्री और संघस्थ संतों को आहार कराने के लिए उपस्थित समाजजन
मुनिश्री ने कहा “आत्मविश्वास”और आत्म नियंत्रण आपको लौकिक जगत में भी सफलता दिलाता है और आध्यात्म को भी मजबूत करता है, जिसका अंदर से सेल्फ कान्फीडेंस मजबूत होता है, वही व्यक्ति आत्मा पर विश्वास घटित कर सकता है। “मैं ज्ञान, दर्शन, लक्षणयुक्त आत्मा हूं, मुझसे भिन्न संसार में कोई नहीं है। मैं अजर अमर अविनाशी हूं, मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं कर सकता।” जब यह बात आपके अंदर प्रकट हो जाती है कि मेरी “आत्मा” का एक प्रदेश भी कोई इधर से उधर नहीं कर सकता तो आपके अंदर एक शक्ति प्रकट होती है। संत कहते हैं कि यहां पर न कुछ खोना है और न कुछ पाना है, इस सच को झुठलाने में ही पूरा जीवन खपा देते हैं। आध्यात्मिक सोच जिसके अंदर प्रकट हो जाती है वह कभी अनूकूल तथा प्रतिकूल संयोग से विचलित नहीं होता उसके अंदर “आत्मसंतोष” आ जाता है। मुनिश्री ने कहा कि “न भूत की स्मृति न अनागत की अपेक्षा, भोगों को भोग मिलने पर की हो उपेक्षा” ज्ञानीजन को यह विषय भोग विष दिखते है, वैराग्य पाठ उनसे हम सीखते हैं। जिसके अंदर आत्मानुशासन होता है उसके अंदर आत्मविश्वास जाग्रत होता है। वह आत्म नियंत्रण कर आत्म संतोष और आत्मानुशासन के साथ अपना जीवन आनंद से भर लेता है।
इस अवसर पर मुनि निर्वेग सागरजी महाराज, मुनि संधान सागरजी महाराज और समस्त क्षुल्लक गण मंचासीन थे। कार्यक्रम का संचालन बाल ब्रह्मचारी अभय भैया ने किया।
दिगंबर जैन समाज सामाजिक संस्था के प्रचार प्रमुख सतीश जैन ने बताया कि मुनि संघ संगम नगर में विराजमान है। सांयकाल शंका समाधान 5:45 बजे तथा रात्रि विश्राम यहीं रहेगा । 10 जनवरी को प्रातः मुनि स़ंघ का मंगल विहार मोदीजी की नसिया की ओर हुआ। प्रवचन 9 बजे से हुए और फिर आहारचर्या हुई। अविनाश जैन ने बताया कि भोपाल के टी.टी.नगर कमेटी के सदस्यों ने संगम नगर में पधार कर मुनि संघ के समक्ष श्रीफल अर्पित किए। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया। मुनिश्री के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य प्रमोद- रेशु जी को मिला। प्रारंभ में मंगलाचरण नृत्य कुमारी धरा जैन (मीठी) एवं कुमारी अवनी जैन के द्वारा किया गया। इस अवसर पर धर्म प्रभावना समिति के महामंत्री हर्ष जैन, संगम नगर जैन समाज के अध्यक्ष अजय जैन, सचिव राकेश सेठी, दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के प्रचार प्रमुख सतीश जैन, अमित सिंघई (भैया जी), कमलेश सिंघई, मनोज जैन, मोदीजी की नसिया के योगेंद्र काला, नीरज मोदी,कमल काला,पारस पांड्या आदि उपस्थित थे। मुनिश्री को आहार करवाने का सौभाग्य डॉ. प्रदीप बांझल, अमित जैन एवं रमेश चंद जैन बंडा वालों को प्राप्त हुआ। क्षुल्लक महाराजों को आहार कराने का सौभाग्य नवीन जैन सिलवानी, लखमी चंद जैन और ऋषभ जैन केसली वालों को प्राप्त हुआ।