कलेक्टर दीपक सक्सेना ने गेहूं उपार्जन की तैयारियों को लेकर बैठक की।
धान घोटाले के बाद अब गेहूं के उपार्जन में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसके लिए जिला प्रशासन पूरी सावधानी बरतने का दावा कर रहा है। इसी सिलसिले में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने गेहूं उपार्जन की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने गुणवत्तापूर
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कलेक्टर ने वेयर हाउस की क्षमता और स्लॉट बुकिंग की समीक्षा की। धान उपार्जन में छूटे क्षेत्रों में भी गेहूं खरीदी केंद्र बनाने को कहा। प्रत्येक आरआई सर्किल में तीन खरीदी केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए। इससे 15-20 किलोमीटर के दायरे में एक गेहूं खरीदी केंद्र उपलब्ध होगा।
सभी तैयारियां होली से पहले पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। खरीदी केंद्रों का भौतिक सत्यापन और गोदामों का चयन पहले से करने को कहा गया। धान उपार्जन में कमी पाए जाने वाले गोदामों के नोडल अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के आदेश दिए गए।
कलेक्टर ने गेहूं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। उपार्जन प्रक्रिया के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह बड़े स्तर की प्रक्रिया है, इसलिए सभी अधिकारी तत्परता और संवेदनशीलता से काम करें ताकि किसी गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे।